उत्तरकाशी। अक्षय तृतीया के पावन मौके पर चारधाम यात्रा की शुरुआत हो गई है। गंगोत्री व यमुनोत्री धाम के कपाट विधिविधान के साथ खोल दिए गए हैं। वहीं केदारनाथ के कपाट श्रद्धालुओं के लिए छह मई को खुलेंगे। बदरीनाथ धाम के कपाट सबसे अंत में आठ मई को खुलेंगे। आगामी छह माह तक आम जनता यहां दर्शन करेगी।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी अपनी पत्नी गीता धामी संग धाम पहुंचे और मां गंगा का आशीर्वाद लिया। मुख्यमंत्री धामी ने गंगोत्री में पूजा अर्चना की और प्रदेश वासियों की खुशहाली की कामना की।चारधाम यात्रा शुरू होने को लेकर सोमवार को गंगोत्री और जानकी चट्टी में बड़ी संख्या में यात्री पहुंचे हैं। गंगोत्री धाम में करीब तीन हजार और जानकी चट्टी में करीब दो हजार यात्री पहुंचे हैं। दोपहर 12:15 बजे यमुनोत्री धाम के कपाट विधिविधान के साथ खोल दिए गए।
इस दौरान धाम मां यमुना के जयकारों को गूंज उठा। यात्रा को लेकर कोई संख्या निर्धारित नहीं वहीं चारधाम यात्रा को लेकर तीन दिन पहले शासन की ओर से यात्रियों की संख्या निर्धारण के आदेश के मामले में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि यात्रा को लेकर कोई संख्या निर्धारित नहीं की गई है। अगर यात्री अधिक संख्या में आते हैं तो उसके बाद कोई निर्णय लिया जाएगा। यमुनोत्री धाम में मां यमुना की डोली पहुंच चुकी है। धाम में कपाट खोलने की प्रक्रिया चल रही है। दोपहर 12:15 बजे यमुनोत्री धाम के कपाट विधिविधान के साथ खोले जाने हैं।
मोदी के नाम से पहली पूजा
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी तीन मई को हर्षिल हेलीपैड पहुंचे। इसके बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी कार से गंगोत्री धाम पहुंचे और कपाटोद्घाटन में प्रतिभाग किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम से पहली पूजा हुई है। जिसमें मुख्यमंत्री ने पूजा की। जय मां गंगे के जयकारों के साथ आगामी छह माह के लिए गंगोत्री धाम के कपाट विधिविधान के साथ खोल दिए गए। इस दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी धाम में मौजूद रहे। इससे पहले मां गंगा की डोली धाम पहुंची, जहां भक्तों ने उनके भव्य दर्शन किए। गंगोत्री धाम में श्रद्धालुओं को कपाट खुलने का इंतजार है। मंदिर के बाहर भक्त लाइन में लगे हैं और कपाट खुलने का इंतजार कर रहे हैं। वहीं तीर्थ पुरोहित पूजा अर्चना कर रहे है। अब से बस कुछ देर में सुबह 11:15 बजे गंगोत्री धाम के कपाट श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोले जाने हैं। सुबह ठीक 11:15 बजे गंगोत्री धाम के कपाट खोल दिए जाएंगे। वहीं, मां यमुना की डोली मंगलवार सुबह शीतकालीन पड़ाव खरसाली से रवाना हुई और दोपहर 12:15 बजे यमुनोत्री धाम के कपाट खोले जाएंगे। गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खोलने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। मां गंगा की डोली भैरव घाटी से गंगोत्री धाम पहुंच चुकी है। जबकि यमुना की डोली शीतकालीन प्रवास स्थल खरसाली से यमुनोत्री के लिए रवाना हो चुकी है। गंगोत्री धाम में कपाट उद्घाटन के अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी पहुंच रहे हैं। कपाट उद्घाटन के लिए गंगोत्री और यमुनोत्री धाम को भव्य रूप से सजाया गया है। बड़ी संख्या में स्थानीय लोग और श्रद्धालु भी पहुंचे हैं। अधिकांश तीर्थयात्री और श्रद्धालु सोमवार को ही गंगोत्री जानकी चट्टी और निकटवर्ती पड़ाव पर पहुंच गए थे।