देहरादून। मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को आईआईटी रुड़की के 175 वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर आयोजित सस्टेनेबिलिटी कॉन्क्लेव-2022 कार्यक्रम में प्रतिभाग किया।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस अवसर पर कहा कि सतत विकास से ही समस्याओं का निदान संभव है। युवा शक्ति के रूप में जो बौद्धिक संपदा राष्ट्र के पास है, उसी के आधार पर 21वीं सदी के नए भारत का निर्माण हो रहा है। युवा शक्ति इस दिशा में भी सोचे कि कैसे अंतिम छोर पर खड़े एक व्यक्ति के जीवन स्तर को ऊंचा उठाया जाए। कैसे सामाजिक परिवेश को बेहतर बनाया जाए और अंत्योदय के संकल्प को सिद्ध किया जाए।
इस दौरान उन्होंने कहा कि पिछले 175 वर्षों से आईआईटी रुड़की भारतीय शिक्षा के क्षेत्र में देश एवं प्रदेश को गौरवान्वित करता रहा है। मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि विभिन्न विषयों पर शोध के क्षेत्र में भी आईआईटी रुड़की ने हमेशा महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। यह हमेशा ज्ञान-विज्ञान को एक नई दिशा देने का कार्य किया तथा विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में सदैव उत्कृष्टता का प्रतीक रहा है। मुख्यमंत्री श्री धामी ने कहा कि यह आयोजन सामाजिक जागरूकता के साथ ही समाज को विकसित करने का काम करेगा। उन्होंने कहा विकास शब्द से ही प्रलक्षित होता है कि ऐसा विकास जो सतत हो। उन्होंने कहा कि निरंतर विकास से ही सभी समस्याओं का निदान संभव है।
सीएम धामी ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि यह आयोजन सामाजिक जागरूकता और समाज को विकसित करने का काम करेगा। राष्ट्रीय,अंतरराष्ट्रीय संस्थानों ने अनेक ऐसे मानक तय किए हैं जो कि सतत विकास को मापने का कार्य करते हैं। हमारे सतत विकास को आने वाले समय में दो ही बिंदु परिभाषित करेंगे। पहला हमारे लोगों का स्वास्थ्य और दूसरा पृथ्वी का स्वास्थ्य। उन्होंने कहा कि विकास को सुनिश्चित करने के लिए गरीबी, भुखमरी, रोगों से मुक्ति और प्राथमिक शिक्षा की सार्वभौमिक उपलब्धता जैसी चुनौतियों का सामना करना है।
उन्होंने कहा सरकार ने जलवायु परिवर्तन के संकट को सतत विकास के अवसर में बदलने के लिए पर्यावरण, स्वास्थ्य, शिक्षा एवं जल संरक्षण सहित अन्य विषयों पर विभिन्न नीतियों एवं योजनाओ का निर्माण किया है। उत्तराखण्ड पहला राज्य है जहां G.E.P. की व्यवस्था बनायी गई है इसके साथ ही प्रदेश सरकार की सभी योजनाएं एवं नीतियां जनता की भागीदारी से बनाई जाएंगी तथा जनता की भागीदारी से ही उनको लागू किया जाएगा। हम एक उत्कृष्ट उत्तराखण्ड बनाने का विकल्प रहित संकल्प लेकर चल रहे हैं। इस दौरान विधायक श्री प्रदीप बत्रा महामंडलेश्वर स्वामी यतींद्रानंद गिरी जी महाराज, आईआईटी रुड़की के निदेशक प्रोफेसर श्री अजीत कुमार चतुर्वेदी, संस्थान के शिक्षक एवं छात्र-छात्राएं सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।