देहरादून। मौसम विभाग के मुताबिक आज देहरादून समेत उत्तरकाशी चमोली और रुद्रप्रयाग नैनीताल पिथौरागढ़ में भारी बारिश व बर्फबारी का येलो अलर्ट रखा गया है। साथ ही 2000 मीटर से ऊपर ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी हो सकती है। 24 को भी पर्वतीय इलाकों में बारिश बर्फबारी के आसार हैं। 25, 26 को भी उत्तरकाशी पिथौरागढ़ बागेश्वर चमोली रुद्रप्रयाग आदि में हल्की बारिश और बर्फबारी हो सकती है। कुछ इलाकों में शीत लहर, मैदानी इलाकों में बारिश व ओलावृष्टि हो सकती है।
प्रदेश के पर्वतीय इलाकों में बर्फबारी की संभावना को देखते हुए मौसम विभाग ने जिला प्रशासन को सतर्क किया है। प्रदेश में शनिवार को कई जगह बारिश हुई करणप्रयाग में 13 मिलीमीटर, डीडीहाट में 6.5, मोरी में पांच, जोशीमठ में पांच, मसूरी व धनोल्टी में 4.5 मिलीमीटर तक बारिश दर्ज की गई। देहरादून में अधिकतम तापमान 14.6, न्यूनतम 9.5, पंतनगर में 21.8 और 7.1, मुक्तेश्वर में 7.1 व -0.4, टिहरी में 11 और 2.4, पिथौरागढ़ में 12.9 व 2.4, नैनीताल में 9.5 व 2.4, मसूरी में 10.3 व 1.2जौलीग्रांट में 21.6 व 9.6, खटीमा में 19, रानीचौरी में 9.5 व -1.2 तापमान रहे।
राजधानी देहरादून में आज दिन भर मौसम खराब रहा। एक बार एक बार भी धूप नहीं निकली। सुबह हल्की बूंदाबांदी हुई तो दिन में बीच में कुछ समय तक थोड़ा तेज रही फिर थोड़ा धीमी हो गई। शाम को फिर हल्की बूंदाबांदी शुरू हो गई थी। कुल मिलाकर दून का मौसम काफी ठंडा रहा। पिछले 24 घंटे में देहरादून के तापमान में 6 डिग्री तक की गिरावट दर्ज की गई।पारे के नीचे की ओर गोता लगाने का प्रमुख कारण मसूरी धनोल्टी की पहाड़ियों में बारिश व बर्फबारी रही। वहां से आ रही ठंडी हवाओं का सीधा असर दून घाटी पर भी पड़ रहा था।
देहरादून में अधिकतम तापमान 14.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जो सामान्य से 6 डिग्री कम था। न्यूनतम तापमान 9.5 डिग्री सेल्सियस था जो 4 डिग्री अधिक था। बारिश की वजह से सामान्य जनजीवन पूरी तरह प्रभावित रहा। ठंड होने की वजह से लोगों ने अधिकांश समय घर पर ही रहना उचित समझ। बाजारों में सामान्य आवाजाही काफी कम रही। मौसम विभाग ने 28 जनवरी तक देहरादून में मौसम खराब होने की संभावना जताई है।
मसूरी-धनोल्टी समेत आसपास के इलाकों में जोरदार हिमपात हुआ। हालांकि, मसूरी बाजार में बेहद हल्की बर्फबारी हुई, लेकिन चोटियों पर बर्फ की सफेद चादर बिछ गई है। इस बीच पर्यटकों ने हिमपात का जमकर लुत्फ उठाया। धनोल्टी मार्ग पर अचानक यातायात का दबाव बढ़ने के कारण देर शाम तक काफी जाम लगा रहा। धनोल्टी के आलू फार्म और व्यू प्वाइंट में कल से अभी तक एक फीट हिमपात हो चुका है। बर्फबारी अभी जारी है। लाल टिब्बा, सुरकंडा, कद्दूखाल, काणाताल में भी भारी हिमपात हुआ है।
मैदानों में शनिवार सुबह से बारिश और पहाड़ों में हिमपात का सिलसिला शुरू हुआ। दोपहर बाद मसूरी और आसपास के क्षेत्र में हल्की बूंदाबांदी के बीच बर्फ की फाहें गिरने लगीं। मालरोड, पिक्चर पैलेस पर काफी हल्की बर्फबारी हुई।
धनोल्टी मुख्य बाजार में भी काफी देर तक हल्की बर्फबारी होती रही। इस दौरान तापमान शून्य के करीब पहुंचने से कड़ाके की ठंड महसूस की जाने लगी। मसूरी से लेकर धनोल्टी तक जगह-जगह पर्यटकों का जमावड़ा लगा रहा। इसके अलावा मसूरी से चकराता के बीच स्थित ऊंची पहाड़ियों पर भी बर्फबारी हुई।
देर शाम तक बड़ी तादाद में पर्यटकों का मसूरी और आसपास के इलाकों में उमड़ने का सिलसिला जारी रहा, जिससे जाम की स्थिति बनी रही। रविवार को भी क्षेत्र में बर्फबारी की संभावना है, साथ ही वीकेंड पर पर्यटकों के पहुंचने का सिलसिला जारी है।
बीते शनिवार से जौनसार बावर की ऊंची चोटियों पर जारी बर्फबारी के चलते मसूरी-चकराता-त्यूणी हाईवे पर आवागमन ठप हो गया। हाईवे बंद होने से सीमांत क्षेत्र के करीब डेढ़ सौ गांव का सड़क संपर्क जिला मुख्यालय समेत अन्य जगह से कट गया। चकराता की ऊंची चोटियों में शुमार लोखंडी क्षेत्र में दो फुट से अधिक बर्फ पड़ने से हाईवे पर करीब 30 किमी लंबे हिस्से में सड़क पूरी तरह बर्फ की सफेद चादर से ढक गई है। इसके अलावा छावनी बाजार चकराता में भी रात को अच्छी बर्फबारी हुई।
कुमाऊं में बारिश- बूंदाबादी के कारण शनिवार को मौसम के तेवर तल्ख रहे। पूरा कुमाऊं कड़ाके की ठंड की चपेट में है। पहाड़ी इलाकों में बारिश और कोहरा छाए रहने से कड़ाके की सर्दी पड़ रही है। वहीं मैदानी क्षेत्र में कोहरा-बूंदाबांदी ने सर्दी का कहर बढ़ा दिया है। पिथौरागढ़ जिले के अधिकांश क्षेत्रों में हल्की बारिश हुई है।
उच्च हिमालयी क्षेत्रों में जमकर बर्फबारी हुई है, जबकि निचले इलाकों में पूरे दिन बादल व कोहरा छाया रहा। मुनस्यारी के मिलम व लास्पा में 6 फीट, जबकि खलिया व कालामुनी में 3 इंच बर्फ गिरी। पिथौरागढ़ जिला मुख्यालय का न्यूनतम तापमान 1 डिग्री सेल्सियस तो मुनस्यारी का माइनस 3 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया है।
चम्पावत में बूंदाबादी से न्यूनतम तापमान 1.60 डिग्री और अधिकतम 10.50 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। उधर बागेश्वर में कपकोट के उच्च हिमालयी गांवों में हिमपात हो रहा है। जिसके कारण वहां पारा शून्य तक पहुंच गया है। अल्मोड़ा में भी लोग घरों के अंदर दुबकने को मजबूर रहे। शनिवार को अल्मोड़ा में अधिकतम तापमान गिरकर सात डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। अल्मोड़ा में सबसे कम तापमान बिनसर का रहा। यहां न्यूनतम तापमान शून्य डिग्री और अधिकतम चार डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
इधर नैनीताल जिले में भी शनिवार को बादल छाए रहे। सुबह बारिश होने से ठंड में खासा इजाफा हुआ। कुछ देर हुई बारिश के बाद हल्की धूप खिली, मगर तेज हवाओं का चलना जारी रहा। नैनीताल के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में हिमकण भी गिरे। पंतनगर विश्वविद्यालय के मौसम विभाग के अनुसार हल्द्वानी का अधिकतम तापमान 17 और न्यूनतम 8.4 न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया। जिले में 1.2 मिमी बारिश हुई और 10.5 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से हवा चलने के कारण ठंड बढ़ी।
इधर नैनीताल जिले में भी शनिवार को बादल छाए रहे। सुबह बारिश होने से ठंड में खासा इजाफा हुआ। कुछ देर हुई बारिश के बाद हल्की धूप खिली, मगर तेज हवाओं का चलना जारी रहा। नैनीताल के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में हिमकण भी गिरे। पंतनगर विश्वविद्यालय के मौसम विभाग के अनुसार हल्द्वानी का अधिकतम तापमान 17 और न्यूनतम 8.4 न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया। जिले में 1.2 मिमी बारिश हुई और 10.5 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से हवा चलने के कारण ठंड बढ़ी।
नैनीताल में अधिकम तापमान 7 डिग्री और न्यूनतम 1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। कोहरा और बूंदबांदी से तराई भाबर में भी कड़ाके की ठंड महसूस की गई। पंतनगर कृषि विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डॉ.आरके सिंह ने बताया है कि शनिवार को तराई में दोपहर तक 1.2 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई है। अधिकतम तापमान 17 डिग्री सेल्सियस और न्यूनत तापमान 8.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
मौसम में 74 फीसदी नमी की मात्रा दर्ज की गई। दिन में 3.5 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दक्षिण पूर्व की दिशा से चली हवाओं ने मौसम में ठंडक पैदा कर दी। डॉ.आरके सिंह ने बताया है कि रविवार को 15 मिमी तक वर्षा होने की संभावना है। बारिश के साथ ओले भी पड़ सकते हैं। गरज के साथ आकाशीय बिजली गिर सकती है।
पिथौरागढ़, डीडीहाट के साथ ही जिले के अधिकांश क्षेत्रों में हल्की बारिश हुई है। मुनस्यारी के साथ ही उससे लगे क्षेत्रों में मौसमा का छठा हिमपात हुआ है। बारिश-बर्फबारी के बाद पूरे जिले में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। शनिवार को सुबह से ही आसमान में बादल छाए रहे। कई जगह हल्की बारिश हुई। मुनस्यारी में हिमपात हुआ है। यहां खलिया, कालामुनि, मिलम नामिक में तीन इंच से अधिक हिमपात हुआ है। जिला मुख्यालय में न्यूनतम तापमान 1.5 रहा। डीडीहाट में भी आधे दिन बाद बारिश हुई। धारचूला, बेरीनाग, गंगोलीहाट, चौकोड़ी में भी बारिश व ठंडी हवाओं के कारण लोगों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ा। नारायण नगर, कनालीछीना, थल के साथ जनपद के अन्य हिस्सों में भी लोगों को कड़ाके की ठंड का सामाना करना पड़ा।
मुनस्यारी क्षेत्र में बर्फबारी देखने आए पर्यटकों की मुराद दिन में पूरी हुई। देश के कई राज्यों से यहां आए पर्यटकों ने बर्फबारी का आनंद लिया। कालामुनि, खलिया के साथ नगर में भी पर्यटक बर्फबारी का आनंद लेते देखे गए। तापमान बेहद ठंडा होने के बाद भी पर्यटक बर्फ के गोले बनाकर एक दूसरे से खेलते नजर आए। महाराष्ट्र से आए हरीश सिंह ने कहा कि उनका यहां आना सफल हुआ। कलकत्ता की सरोजनी व उनके पति सोमेश भी बर्फबारी से बेहद उत्साहित नजर आए।