14 Mar 2025, Fri

देहरादून। उत्तराखण्ड में कोरोना का कहर थमता दिख रहा है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार प्रदेश में पिछले 24 घंटे में 264 नए कोरोना के मामाले समाने आये, वहीं 07 लोगों की मौत कोरोना के कारण हुई है, जिसके बाद कोरोना के कारण मरने वाले लोगोें की संख्या सात हजार पार हो गयी है। पिछले 24 घंटे के दौरान 345 ठीक हुए हैं। प्रदेश में अब तक कोरोना के कुल मामलों की संख्या तीन लाख 38 हजार 66 हो गई है। इनमें से तीन लाख 21 हजार 807 लोग ठीक हो चुके हैं। वहीं, सक्रिय मामलों की संख्या घटकर 3471 पहुंच गई है। राज्य में कोरोना के चलते अब तक चुल 7011 लोगों की जान जा चुकी है।

स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के अनुसार, गुरुवार को 28671 सैंपलों की जांच रिपोर्ट निगेटिव आई है। वहीं, अल्मोड़ा में 17, बागेश्वर में 12, चमोली में आठ, चंपावत में 26, देहरादून में 55, हरिद्वार में 45, नैनीताल में 12, पौड़ी में 14, पिथौरागढ़ में 27, रुद्रप्रयाग में सात, टिहरी में 11, ऊधमसिंह नगर में 24 और उत्तरकाशी में छह मामले सामने आए हैं।

उत्तराखण्ड में ब्लैक फंगस के देहरादून जिले में 10 नए मरीज मिले हैं, जबकि दो की मौत हुई है। अब तक ब्लैक फंगस के कुल मामलों की संख्या 423 हो गई है, जबकि 73 मरीजों की मौत हो चुकी है। स्वास्थ्य विभाग की जारी हेल्थ बुलेटिन के अनुसार बृहस्पतिवार को एम्स ऋषिकेश में छह और हिमालयन हॉस्पिटल जौलीग्रांट में चार मरीजों में ब्लैक फंगस की पुष्टि हुई है। दोनों ही अस्पतालों में भर्ती एक-एक मरीज ने इलाज के दौरान दमतोड़ा है। अब तक देहरादून जिले में ब्लैक फंगस के 374 मामले सामने आ चुके हैं। जबकि नैनीताल में 44, उत्तरकाशी में दो, हरिद्वार जिले में तीन मामले मिले हैं। वहीं, 49 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं।

उत्तराखण्ड में अब तक 5 लाख 91 हजार को ही पहली डोज लग पायी

राज्य में वैक्सीनेशन की रफ्तार बहुत धीमी हो गयी है, 37 दिनों में करीब 12 प्रतिशत युवाओं को ही वैक्सीन लग पाई है। प्रदेश में 50 लाख युवाओं को वैक्सीन लगनी है, लेकिन अभी तक मात्र 5 लाख 91 हजार को ही पहली डोज लग पाई है। बुजुर्ग और कोरोना वारियर्स स्वास्थ्य कर्मियों के बाद सरकार ने राज्य की करीब आधी आबादी यानि 18 से 44 साल के युवाओं को कोरोना की वैक्सीन लगाने का निर्णय लिया था। 10 मई से वैक्सीनेशन का काम शुरू किया गया। शुरू में वैक्सीनेशन का कार्य तेजी से चला, लेकिन वैक्सीन की कमी के चलते यह काम धीमा हो गया है। जिन केंद्र में 1 हजार टीके लगते थे, वहां घटकर 100 टीके प्रतिदिन लग रहे हैं। वैक्सीन लगाने में मैदानी राज्यों को प्राथमिकता सैंपलिंग हो या फिर वैक्सीनेशन, उत्तराखंड राज्य में मैदानी जिलों को प्राथमिकता मिली है। वैक्सीन सबसे ज्यादा 1,13,871 लोगों को राज्य की राजधानी में लगी है, जबकि सबसे कम अल्मोड़ा जिले में 28,279 लोगों को लगी है।

राज्य में 18 से 44 साल उम्र के 5 लाख 91 हजार से ज्यादा लोगों को पहली डोज लगी है। वहीं इसी उम्र के 20,005 लोगों को दोनों डोज लगाई गई हैं। पहली डोज लगा चुके लोगों को यह नहीं मालूम है कि उनको दूसरी डोज कब, कैसे और कहां लगेगी। इसको लेकर सरकार की तरफ से भी साफ दिशा- निर्देश नहीं दिए गए हैं।

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