देहरादून। भारतीय सैन्य अकादमी (आईएमए) में शनिवार को कोरोना के साये में पासिंग आउट परेड आयोजित की गयी, जिसमें सोशल डिस्टेंसिंग और कोरोना से संक्रमण से बचने की पूरी सावधानी बरती गई। आईएमए में अंतिम पग पार करते ही 325 कैडेट्स भारतीय सेना का अभिन्न हिस्सा बनेेंं। इसके अतिरिक्त 70 विदेशी कैडेट्स भी अपने देश की सेना में शामिल हुए। इन सैनिकोंं ने कड़े प्रशिक्षण के बाद आज अंतिम पग भरा, परेड में सेनाध्यक्ष जनरल मनोज मुकुंद नरवणे ने बतौर रिव्यूइंग ऑफिसर भाग लिया।
वहीं आज सुबह 6 बजकर 42 मिनट पर सभी कैडेट परेड स्थल पहुंच चुके थे। वहां पहुंचने के बाद सबसे पहले डिप्टी कमांडेंट ने परेड की सलामी ली। उसके बाद 7 बजकर 5 मिनट पर कमांडेंट ले. ज. जयवीर सिंह नेगी ने परेड की सलामी ली। इसके बाद सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे ने परेड का निरीक्षण किया। रिव्यूइंग ऑफिसर ने विजेताओं को पुरुस्कार वितरित किए। फिर ये जांबाज अंतिम पग भर सेना में शामिल हो गए।
आज की परेड में ऐसा पहली बार हुआ है कि सैनिकों ने बिना अपने परिवार और रिश्तोदारों के अंतिम पग भरा। भरातीय इतिहास में ऐसा कभी नहीं हा कि बिना परिवार के किसी सैनिक ने बिना किसी अपने के अंतिम पग भरा हो। कंपनी सार्जेट मेजर अभिनव कुटलेरिया, सोनू शर्मा, नागवेंद्र सिंह रंधावा, अक्षत कौशल, नदीम अहमद वानी व रोहित शर्मा ने ड्रिल स्क्वायर पर जगह ली। एडवांस कॉल के साथ जेंटलमैन कैडेट परेड के लिए पहुंचे। इसके बाद परेड कमांडर माजी गिरिधर ने ड्रिल स्क्वायर पर जगह ली। कैडेट्स की शानदार मार्चपास्ट से हर एक दर्शक मंत्रमुग्ध हो गया। उप सेना प्रमुख ने कैडेटों को उत्कृष्ट सम्मान से नवाजा उप सेना प्रमुख ने कैडेटों को ओवरऑल बेस्ट परफॉर्मेंस व अन्य उत्कृष्ट सम्मान से नवाजा गया। वतनदीप सिद्धू को स्वार्ड ऑफ ऑनर, माजी गिरिधर को स्वर्ण, निदेश सिंह यादव को रजत व शिखर थापा को कांस्य पदक मिला। जसमिंदर पाल सिंह सिद्धू ने सिल्वर मेडल हासिल किया। तंदिन दोरजी सर्वश्रेष्ठ विदेशी कैडेट चुने गए। चीफ ऑफ आर्मी स्टॉफ बैनर कैसिनो कंपनी को मिला। इस दौरान आईएमए कमान्डेंट ले. जनरल हरिंदर सिंह, डिप्टी कमान्डेंट मेजर जनरल जगजीत सिंह मंगत समेत कई सैन्य अधिकारी मौजूद रहे।