देहरादून। उत्तराखंड मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, केंद्रीय मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक, विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत, भाजपा प्रदेश संगठन मंत्री अजय कुमार, नैनीताल सांसद अजय भट्ट, उत्तराखंड के शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे ने सल्ट विधानसभा क्षेत्र से भाजपा के विधायक सुरेंद्र सिंह जीना के आकस्मिक निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है।
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने अपने शोक संदेश में कहा कि उत्तराखंड के युवा भाजपा विधायक श्री सुरेंद्र सिंह जीना के असामयिक निधन से गहरा आघात लगा है। वह एक कुशल जनप्रिय नेता होने के साथ ही एक सरल हृदय व्यक्ति थे। उनके यूं अचानक चले जाने से पार्टी व उत्तराखंड की राजनीति को अपूरणीय क्षति पहुंची है।
ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दे और परिवार को इस दुख को सहन करने का साहस प्रदान करे।
केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने अपने शोक संदेश में कहा कि उत्तराखंड के युवा भाजपा विधायक श्री सुरेंद्र सिंह जीना के असामयिक निधन से गहरा आघात लगा है। वह एक कुशल जनप्रिय नेता होने के साथ ही एक सरल हृदय व्यक्ति थे। उनके यूं अचानक चले जाने से पार्टी व उत्तराखंड की राजनीति को अपूरणीय क्षति पहुंची है। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दे और परिवार को इस दुख को सहन करने का साहस प्रदान करे।
विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा कि आज हमने राजनीति एवं समाज की सेवा में अग्रणी रहने वाले एक धरोहर को खो दिया है। उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि प्रभावी व्यक्तित्व के धनी एवं विधायी कार्यवाही के जानकार सुरेंद्र सिंह जीना के निधन की खबर सुनकर शोक स्तब्ध हूं। श्री अग्रवाल ने कहा कि कुछ दिन पहले ही उनकी पत्नी नेहा जीना इस संसार को छोड़कर चली गई थी तब से लेकर वे खुद बीमार चल रहे थे।उन्होंने कहा कि वे सदन में क्षेत्र एवं समाज के हितों के लिए अपनी आवाज बुलंद करते थे। वे पक्ष एवं विपक्ष दोनों के लिए ही एक प्रिय नेता थे। श्री अग्रवाल ने कहा कि संसदीय प्रक्रिया के गहन जानकार और हमेशा लोक महत्व के अविलंबनीय मुद्दों को सदन में उठाने वाले एक सजग प्रहरी का निधन उत्तराखंड के लिए अपूरणीय क्षति है। उनकी बेदाग छवि, हंसमुख मुस्कान एव समाज के लिए कुछ कर गुजरने का जज्बा हमारे लिए हमेशा प्रेरणा स्रोत का कार्य करेगा। विधानसभा अध्यक्ष ने ईश्वर से उनकी दिवंगत आत्मा की शांति एवं उनके परिजनों को इस असीम दुख को सहने के लिए शक्ति प्रदान करने हेतु भगवान से प्रार्थना की है।