हरिद्वार। एसएमजेएन पीजी कॉलेज में छात्र कल्याण परिषद के चुनाव कराने को लेकर मंगलवार को भी छात्र राजनीति गरम रही। कॉलेज प्रशासन की ओर से चुनाव कराने से इनकार करने पर एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा काटा। इस दौरान शिक्षकों के साथ भी उनकी तीखी नोकझोंक हुई। कॉलेज प्रबंधन की ओर से उनकी मांग नहीं मानने के विरोध में तीन कार्यकर्ता कालेज परिसर स्थित मोबाइल टॉवर पर चढ़ गए। संगठन के पदाधिकारियों ने ही उन्हें किसी तरह से समझा-बुझाकर नीचे उतरने को तैयार किया।
मंगलवार को करीब 11 बजे एनएसयूूआई के शहर अध्यक्ष चंद्रशेखर चैधरी के नेतृत्व में छात्र प्राचार्य डॉ. सुनील बत्रा के पास पहुंचे। उन्होंने प्राचार्य से किसी भी प्रक्रिया से कॉलेज में चुनाव कराने की मांग की। छात्रों का आरोप है कि कॉलेज के प्राचार्य डॉ. बत्रा ने उनकी बातों को अनसुना करते हुए चुनाव कराए जाने से साफ इंकार कर दिया। इससे गुस्साए बीए प्रथम वर्ष के छात्र दीपांशु बालियान, एमकॉम प्रथम वर्ष के छात्र सचिन कश्यप और एमए प्रथम वर्ष के छात्र अभिषेक चैधरी आत्महत्या करने की बात करते हुए कॉलेज परिसर में स्थित मोबाइल टावर जा चढ़ गए। इससे वहां अफरा तफरी मच गई। काफी देर तक चले हंगामे के बीच छात्रों को समझाने के लिए शिक्षक भी मौके पर नहीं पहुंचे। किसी तरह से एनएसयूआई के पदाधिकारियों ने दोबारा प्रबंधन से बात करने की बात कहते हुए तीनों छात्रों को नीचे उतारा। इसके बाद छात्र कॉलेज के गेट पर एकत्रित हुए और चुनाव कराए जाने की मांग करने लगे। इस अवसर पर एनएसयूआई के पूर्व शहर अध्यक्ष सुमित त्यागी, पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष अमन शर्मा, ओम प्रकाश चैधरी, विशाल, कपिल, साहिद, शिवम, सागर, चिराग आदि मौजूद थे। एसएमजेएन कॉलेज में छात्र कल्याण परिषद के चुनाव को लेकर हंगामा हो रहा है। एक ओर एबीवीपी कॉलेज में छात्र कल्याण परिषद के ओपन चुनाव कराए जाने की मांग कर रही है तो एनएसयूआई किसी भी प्रक्रिया के तहत चुनाव कराए जाने की मांग कर रही है। दोनों छात्र संगठन कॉलेज में शांतिपूर्ण तरीके से चुनाव कराए जाने के पक्ष में हैं। इसके बाद भी कॉलेज प्रशासन चुनाव कराने को तैयार नहीं। इस बात को लेकर दो संगठनों के पदाधिकारी कालेज प्रशासन की भूमिका पर सवाल उठा रहे हैं।