14 Mar 2025, Fri

सावरकर के आदर्शों को आत्मसात करने की आवश्यकताः प्रेम चन्द्र अग्रवाल

देहरादून l विनायक दामोदर वीर सावरकर के 137 वींं जयंती के अवसर पर आज विधानसभा अध्यक्ष श्री प्रेम चंद अग्रवाल ने अपने शासकीय आवास पर सावरकर के चित्र पर पुष्पित माल्यार्पण कर उनका स्मरण किया ।

इस अवसर पर श्री अग्रवाल ने कहा है कि राष्ट्र की विचारधारा को विकसित करने का सबसे बड़ा श्रेय सावरकर को जाता है । उन्होंने कहा कि स्वाधीनता संग्राम में एक तेजस्वी सैनिक, महान क्रांतिकारी, चिंतक, लेखक कवि ओजस्वी वक्ता एवं दूरदर्शी राजनेता के रूप में सावरकर ने अपना पूरा जीवन राष्ट्र के प्रति समर्पित कर दिया ।

श्री अग्रवाल ने कहा है कि ऐसे महान पुरुष से हमें प्रेरणा लेकर उनके पद चिन्हों पर चलकर देश को आदर्श बनाने के लिए प्रयत्नशील रहना चाहिए ।

वीर सावरकर संगठन उत्तराखंड के तत्वावधान में आयोजित सावरकर जयंती के अवसर पर श्री अग्रवाल ने कहा है कि सावरकर ने देश के युवाओं को जागरूक कर ब्रिटिश सरकार से इस देश को स्वतंत्र कराने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। श्री अग्रवाल ने कहा है कि वीर सावरकर जैसे देश भक्तों का स्मरण करना, उनके पद चिन्हों पर चलना, उनके बताए गए आदर्शों को आत्मसात करना आज के समय की आवश्यकता है।

इस अवसर पर वीर सावरकर संगठन के अध्यक्ष कुलदीप  सेवडिया ने कहा कि सावरकर ने सामाजिक समरसता के मूल आठ सिद्धान्तों की रचना की, जिसमें गणेशोत्सव, सह भोज, पतित पावन मन्दिर निर्माण, अस्पर्शयता निवारण, रोटी बेटी सम्बब्ध आदि मुख्य थे । समाज के पिछड़े ओर दलित कहे जाने वाले वर्ग को वेद पाठी व जनेऊ धारण रत्नागिरी जिले के मन्दिर से प्रारम्भ करवाया । वह सामाज में इस तरह के क्रांतिकारी कदमों के लिये जाने जाते हैं ।

इस अवसर पर वीर सावरकर संगठन के भारत चौहान,  बलवंत सिंह, धनीराम सक्सेना, संजीव गोयल, अतुल धीमान, सर्वेश त्रिपाठी आदि सहित अनेक लोग उपस्थित थे l

 

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