देहरादून। उत्तराखंड में लॉकडाउन के बीच खाद्यान्न के वितरण की व्यवस्था मुकम्मल कर ली गई है। गरीबों को राहत देने में कोई कमी न रहे इसके लिए 6 महीने का खाद्यान्न भंडारण किया गया है। इतना ही नहीं विभिन्न योजनाओं के तहत राशन कार्ड होल्डर्स को बढ़ा हुआ राशन भी दिया जा रहा है।
कोविड-19 महामारी को देखते हुए गरीब परिवारों को विभिन्न योजनाओं के तहत गेहूं, चावल और दालों की उपलब्धता के लिए तेजी से प्रयास किए जा रहे हैं। एक ओर उपभोक्ताओं को बढ़ा हुआ राशन सस्ते गल्ले की दुकान से दिया जा रहा है तो दूसरी ओर कुछ योजनाओं में फ्री अनाज और दालें भी देने की तैयारी की जा रही है। राज्य खाद्य विभाग ने प्रदेश के लिए 6 महीने तक का अनाज भंडारण किया है। राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा के अंतर्गत आने वाले राशन कार्ड होल्डर्स को अप्रैल-मई का अनाज वितरित किया जा रहा है। उधर प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत गुलाबी और सफेद राशन कार्ड उपभोक्ताओं को 5 किलो प्रति व्यक्ति चावल दिए जाने का काम भी किया जा रहा है। बता दें कि, अप्रैल, मई और जून महीने में फ्री चावल दिए जाने की योजना है। उधर, राज्य खाद्य योजना में पीले कार्ड वाले उपभोक्ताओं को अनाज की मात्रा डबल दी जा रही है। इन राशन कार्ड होल्डर्स को अब 15 किलो अनाज अप्रैल मई और जून में दिया जाएगा। वहीं, मुख्यमंत्री दाल पोषित योजना के तहत सभी 23 लाख राशन कार्ड होल्डर्स को 2 किलो दाल दी जा रही है। इसमें प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना में एक महीने 1 किलो दाल भी उपभोक्ताओं को मुफ्त देने की योजना है।