देहरादून। प्रदेश के सरकारी स्कूलों में शिक्षा में गुणात्मक सुधार लाने के लिए उल्लेखनीय कार्य करने वाले प्रदेश के 72 टीचरों को शैलेश मटियानी राज्य शैक्षिक पुरस्कार से सम्मानित किया गया। बुधवार को शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे ने 10 हजार की पुरस्कार राशि और प्रशस्ति पत्र देकर टीचरों को पुरस्कृत किया। रायपुर स्थित राजीव गांधी नवोदय स्कूल तपोवन में आयोजित सम्मान समारोह में प्राथमिक, माध्यमिक, संस्कृत शिक्षा और प्रशिक्षण संस्थानों के कुल 72 टीचरों को उत्कृष्ट कार्य के लिए शैलेश मटियानी शैक्षिक पुरस्कार दिया गया। इसमें वर्ष 2015 में 27 टीचरों, वर्ष 2016 में 21 और वर्ष 2017 के लिए 24 टीचरों को पुरस्कार दिया गया। पुरस्कार से सम्मानित टीचरों को दो साल का सेवा विस्तार मिलेगा।
कार्यक्रम में शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे ने कहा कि बेसिक शिक्षा में अभी भी कई कमियां हैं। जिनको दूर करने की चुनौती है। विभागीय अधिकारियों और टीचरों को मिल कर शिक्षा में और सुधार करना होगा। शिक्षा में कमियों के लिए सिर्फ टीचर को दोषी मानना उचित नहीं है। इसके लिए हम सब दोषी हैं। उन्होंने प्राथमिक स्कूलों में घट रही बच्चों की संख्या पर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि नए शैक्षिक सत्र से बच्चों की संख्या बढ़ाने के लिए विशेष प्रयास करने की जरूरत है। कार्यक्रम का संचालन मोहन बिष्ट ने किया। इस मौके पर शिक्षा निदेशक आरके कुंवर, निदेशक शिक्षा एवं प्रशिक्षण अकादमी सीमा जौनसारी, अपर निदेशक प्राथमिक बीएस रावत, अपर निदेशक माध्यमिक आरके उनियाल, संस्कृत शिक्षा निदेशक एसपी खालिद आदि मौजूद थे। शिक्षा मंत्री ने कहा कि टीचरों के हित में जायज मांगों का तत्काल समाधान किया जाए। यदि टीचरों की कोई समस्या है तो वे सीधा संवाद कर सकते हैं। विभागीय स्तर पर भी सुनवाई के माध्यम से समस्याओं को हल किया जा रहा है।