पिथौरागढ। अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाज, तृतीय एशियाई खेलों (1958) में रजत पदक विजेता, रक्षा पदक, संग्राम पदक, सेना मेडल, उत्तराखंड द्रोणाचार्य अवॉर्ड से सम्मानित जनपद पिथौरागढ़, नैनीसैनी निवासी कैप्टन हरी सिंह थापा का निधन हो गया है।
अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाज कैप्टन हरि सिंह थापा का 89 की उम्र में निधन हो गया। उन्होंने नैनीसैनी गांव स्थित अपने पैतृक आवास में अंतिम सांस ली। उनके निधन से सीमांत में शोक की लहर है। वे लंबे समय से बीमार थे। कैप्टन थापा ने तकरीबन 11 साल के बॉक्सिंग कॅरियर में कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पदक जीतकर सीमांत का नाम रोशन किया। वे पांच वर्षों तक भारतीय राष्ट्रीय बॉक्सिंग टीम के कोच भी रहे। प्रदेश के पहले द्रोणाचार्य पुरस्कार प्राप्त कैप्टन थापा के निधन से खेल जगत के साथ पूरे जनपद में शोक की लहर है। कैप्टन हरी सिंह थापा का निधन संपूर्ण खेल एवं बॉक्सिंग जगत के लिए अपूरणीय क्षति है। उत्तराखंड के खेल मंत्री अरविंद पांडे ने हरि सिंह थापा के निधन पर शोक व्यक्त किया है।