कहा-फंसे लोगों को बचाना प्राथमिकता, जवानों के कार्यों को सराहा
-डाॅ0 वीरेंद्र बर्त्वाल
जोशीमठ। केंद्रीय शिक्षा मंत्री डाॅ0 रमेश पोखरियाल निशंक ने सोमवार को चमोली के आपदाग्रस्त रैणी-तपोवन क्षेत्र दौरा कर राहत एवं बचाव कार्यों का जायजा लिया। उन्होंने प्रभावितों से बातचीत कर यथासंभव सहायता दिलाने का भरोसा दिया तथा फोर्स के जवानों द्वारा किए गए कार्यों की मुक्त कंठ से सराहना की। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के त्वरित निर्णयों एवं प्रयासों से राहत एवं बचाव कार्य समय पर शुरू हो गए थे, जिससे अनेक लोगों को मौत के मुंह में जाने से बचा लिया गया। डाॅ0 निशंक ने कहा कि अभी हमारी प्राथमिकता फंसे लोगों के जीवन को बचाना है।
रविवार को चमोली जिले में ग्लेशियर का हिस्सा टूटकर ऋषि गंगा में आने से भारी सैलाब आ गया था। इससे जान-माल की भारी क्षति हुयी है। ऋषि गंगा पावर प्रोजेक्ट और एनटीपीसी प्रोजेक्ट को भारी नुकसान पहुंचा है। केंद्रीय शिक्षा मंत्री डाॅ0 रमेश पोखरियाल निशंक सोमवार को अपने सभी कार्य छोड़कर आपदा प्रभावित रैणी-तपोवन पहुंचे। उन्होंने आपदा प्रभावितों का दर्द सुनते हुए आश्वासन दिया कि उनकी पूरी सहायता की जाएगी।
उन्होंने अधिकारियों को मौके पर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। आपदा में मारे गए लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि आईटीबीपी, एनडीआरएफ, सेना तथा पुलिस के जवानों द्वारा किया जा रहा राहत एवं बचाव कार्य सराहनीय है। ये हमारे देश के सच्चे देवदूत हैं। सुरक्षा एजेंसियों का समन्वय बेहतरीन है। उन्हांेने कहा कि पहले हमारी प्राथमिकता उन लोगों को बचाना है, जो अभी फंसे हुए हैं। जवान उन्हें निकालने में शिद्दत से जुटे हुए हैं। वे प्राणों को हथेली पर रखकर कार्य कर रहे हैं। बार-बार मलबा आने से बचाव कार्य प्रभावित हो रहा है, लेकिन मुझे जवानों के प्रयासों पर भरोसा है कि वे निश्चित रूप से सफलता से प्राप्त कर लेंगे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी राहत एवं बचाव कार्य पर नजर रखे हुए हैं और गृहमंत्री अमित शाह जी इसकी लगातार समीक्षा कर रहे हैं। गौरतलब है कि डाॅ0 निशंक ने रविवार को देहरादून में प्रस्तावित अपना एक कार्यक्रम इस आपदा के कारण निरस्त कर दिया था।