16 Sep 2025, Tue

मुख्यमंत्री का अल्मोड़ा दौरा, कई कार्यक्रमों में हुए सम्मिलित

अल्मोड़ा। सोबन सिहं जीना विश्वविद्यालय स्थापना के अवसर पर अल्मोड़ा आगमन में प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र रावत का विश्वविद्यालय के परिसर में नागरिक अभिनन्दन किया गया। मुख्य अतिथि के रूप में प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने अपने उद्बोधन में कहा कि  इस पर्वतीय राज्य के विकास के लिए ध्यान दिया जा रहा है। क्षेत्रीय संसाधनों का प्रयोग कर  विकास को गति देने का काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यहां का युवा इनोवेटिव है। विश्वविद्यालय भी बेहतर कार्य कर यहां कर विकास में अपना योगदान दे सकते हैं। पर्यटन, शिक्षा, फिल्म, एडवेंचर, टूरिज्म आदि पर हमारी सरकार कार्य कर रही है।

मुख्यमंत्री ने इस दौरान शिक्षा के उन्यन के लिए कई घोषणायें की जिनमें प्रत्येक ब्लॉक में एक महाविद्यालय खोलने की घोषणा की। उन्होंने विश्वविद्यालय के विविध निर्माण कार्यों के लिए  को लेकर 31. 67 करोड़ रुपए के कार्यों की स्वीकृति प्रदान करते हुए घोषणाएं की।  मुख्यमंत्री ने व्यावसायिक पाठ्यक्रम वोकेशनल कोर्स विभाग का भवन बनाने के लिए 4.52 करोड़, सेंटर फॉर एक्सीलेंस फॉर एन आर डी एम एस ( प्राकृतिक संसाधन आंकड़ा प्रबंधन केंद्र) का भवन निर्माण करने के लिए 5.25 करोड़, योग विज्ञान विभाग का भवन बनाने के लिए 4.30 करोड़, एडवांस सेल एंड मॉलिक्यूलर बायोलॉजी की स्थापना हेतु 1.60 करोड और सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय के आवासीय परिसर हेतु स्वीकृत चार अकादमी पाठ्यक्रमों के लिए भवन निर्माण के लिए 16.00 करोड़ रुपये की घोषणाएं की। इस तरह कुल 31.67 करोड़ की घोषणाएं उनके द्वारा की गई।
उच्च शिक्षामंत्री डा0 धन सिंह रावत ने कहा कि बागेश्वर और पिथौरागढ़ महाविद्यालयों को सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय के परिसर का दर्जा दे दिया गया है। उन्होंने कहा कि डिजीलाकर के माध्यम से अब विश्वविद्यालय की सभी डिग्रियाॅ आनलाईन की जा रही है। उन्होंने कहा कि कोई भी प्राध्यापक कुमाऊ विश्वविद्यालय के नैनीताल कैम्पस या सोबन सिहं जीना विश्वविद्यालय के अल्मोड़ा, बागेश्वर या पिथौरागढ़ कैम्पस में स्थानान्तरण चाहते है तो उनसे एक माह के भीतर विकल्प प्राप्त करते हुए उनका स्थानान्तरण कर दिया जायेगा। उच्च शिक्षामंत्री ने कहा कि बी0एड0 एवं लाॅ संकाय को सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय के अल्मोड़ा में ही रखा जायेगा।
विशिष्ट अतिथि के रूप में विधानसभा उपाध्यक्ष  रघुनाथ चैहान ने  कहा कि  सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय के बनने से यह विश्वविद्यालय शिक्षा के क्षेत्र में मील का पत्थर साबित होगा।  उत्तराखंड के विकास में मुख्यमंत्री और शिक्षा के क्षेत्र में धनसिंह रावत जी का प्रयास स्तुत्य है।  उन्होंने इस दौरान कई माॅगे मुख्यमंत्री के समक्ष रखी। विशिष्ट अतिथि के रूप में ’महिला कल्याण एवं बाल विकास एवं मत्स्य विकास मंत्री  रेखा आर्या ने कहा कि उत्तराखंड राज्य में महिलाओं और बाल विकास के लिए सकारात्मक कार्य किये जा रहे हैं। उत्तराखंड की सरकार विकास के लिए प्रतिबद्ध है।
समारोह के संयोजक और ओ.एस.डी. डॉ. देवेंद्र बिष्ट ने विश्वविद्यालय की रूपरेखा प्रस्तुत की तथा इस अवसर पर डॉ नवीन भट्ट द्वारा समारोह के मुख्य अतिथि  मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री के स्वागत में अभिनंदन पत्र को पढ़ा गया।

कार्यक्रम में स्वागत करते हुए सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय के  कुलपति प्रोफेसर नरेंद्र सिंह भंडारी ने  कहा कि  मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और शिक्षा मंत्री के विशेष प्रयासों से सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय, अल्मोड़ा की स्थापना हुई है। यह इस क्षेत्र के लिए गर्व की बात है।  उन्होंने कहा कि  यह विश्वविद्यालय व्यावसायिक शिक्षा, पर्यटन, आयुर्वेद, योग, जनसंचार, पर्यावरण, शोध आदि क्षेत्रों में नवीन कीर्तिमान गढ़ेगा। इसलिए इन सभी क्षेत्रों पर विशेष दृष्टि रखी जायेगी।  उन्होंने कहा कि माननीय मुख्यमंत्री जी द्वारा पर्वतीय क्षेत्र में सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय की स्थापना करने से हजारों युवाओं को उच्च शिक्षा के लिए  मार्ग दिया है।
अध्यक्षता करते हुए अल्मोड़ा-पिथौरागढ़ संसदीय क्षेत्र के सांसद अजय टम्टा ने अपने संबोधन में कहा कि  विकास को लेकर इस सरकार ने कम समय में बेहतर प्रदर्शन किया है। हर क्षेत्र में उत्तराखंड की सरकार कार्य कर रही है। आभार व्यक्त करते हुए कुलसचिव डॉ बिपिन चंद्र जोशी ने सभी अतिथियों का आभार जताते हुए कहा कि आपके आने से इस विश्वविद्यालय की नींव मजबूत हुई है। सभी के सहयोग से यह विश्वविद्यालय बेहतर कार्य करेगा।  समारोह के संयोजन और विश्वविद्यालय के विशेष कार्याधिकारी डॉ. देवेंद्र सिंह बिष्ट ने संचालन किया। इस कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के लोगो और वेबसाइट का लोकार्पण भी  मुख्यमंत्री द्वारा किया गया।
इससे पूर्व संगीत विभाग की छात्राओं ने सरस्वती वंदना, स्वागत गीत गाकर सभी को मंत्रमुग्ध किया। अभिनंदन समारोह में  राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष ज्योति साह, परिसर निदेशक प्रोफेसर जगत सिंह बिष्ट, परीक्षा नियंत्रक प्रोफेसर सुशील कुमार जोशी, ओ.एस.डी. डॉ देवेंद्र बिष्ट, डॉ नवीन भट्ट, क्रीड़ा प्रभारी, लियाकत अली, भाजपा के जिलाध्यक्ष रवि रौतेला, प्रकाश रावत, चाय विकास बोर्ड के उपाध्यक्ष श्री गोविंद पिलख्वाल, उच्च शिक्षा उन्नयन समिति के डॉ.बी. एस बिष्ट, भाजपा प्रदेश महासचिव श्री सुरेश भट्ट, द्वाराहाट के विधायक महेश नेगी, पूर्व विधायक कैलाश शर्मा, जिला सहकारी बैंक के अध्यक्ष ललित लटवाल, जिला सहकारी बैंक के निदेशक विनीत बिष्ट, भा ज यु मो के कुंदन लटवाल आदि अतिथियों ने  सोबन सिंह जीना, विवेकानंद और सरस्वती मूर्ति पर पुष्प अर्पित करते हुए दीप प्रज्ज्वलित किया।
इस कार्यक्रम में आयुक्त कुमाऊं अरविंद ह्यांकी, आई जी अजय रौतेला जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया, परिसर निदेशक प्रोफेसर जगत सिंह बिष्ट, कुलसचिव डॉ बिपिन चंद्र जोशी, कुलानुशासक प्रोफेसर ए.के. यादव, परीक्षा नियंत्रक प्रो. सुशील कुमार जोशी, भाजपा के प्रदेश महासचिव सुरेश भट्ट, भाजयुमो के कुंदन लटवाल, सहकारी बैंक के निदेशक विनीत बिष्ट,  गौरव पांडे, प्रोफेसर प्रवीण बिष्ट,  डॉ रविन्द्र पाठक, डॉ  नरेश पंत, प्रोफेसर वी.डी. एस. नेगी, आस्था नेगी, डॉ नरेश पंत, आदि सहित परिसर के शिक्षक, छात्र, कर्मचारी, नगर के गणमान्य नागरिक, विभिन्न राजनीतिक संगठनों के पदाधिकारी और कार्यकर्ता, जिला प्रशासन, मीडिया से जुड़े हुए बंधु आदि शामिल हुए।

अल्मोड़ा। अल्मोड़ा पहुॅचे प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने आज विवेकानन्द पर्वतीय कृषि अनुसंधान संस्थान के सभागार में जनपद के अधिकारियों की बैठक ली। बैठक में  मुख्यमंत्री द्वारा विकास योजनाओं की समीक्षा सहित अन्य बिन्दुओं पर अधिकारियों से जानकारी प्राप्त की।  मुख्यमंत्री ने अल्मोड़ा मेडिकल कालेज के अवशेष  कार्याें में तेजी लाते हुए जल्द से जल्द कक्षायें संचालित करने के निर्देश अधिकारियों को दिये। उन्होंने मेडिकल कालेज हेतु सीवर लाईन की डीपीआर 15 दिन के भीतर तैयार करने के निर्देश दिये। उन्होंने आयुक्त कुमाऊ मण्डल को इस कार्य का पर्यवेक्षण करने की जिम्मेदारी दी। मुख्यमंत्री ने यूपीआरएनएन के अधिकारियों से तत्काल बैठक कराते हुए कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिये गये।
जनपद में स्वीकृत जिला योजना की समीक्षा के दौरान उन्होंने निर्देश दिये कि जिन विभागों द्वारा स्वीकृत धनराशि व्यय नहीं की जाती उन विभागों हेतु अगले वर्ष से परिव्यय स्वीकृत नहीं किया जायेगा। मुख्यमंत्री ने जनपद की स्वीकृत जिला योजना के सापेक्ष 78 प्रतिशत व्यय पर संतोष जताया। पेयजल निगम के अधिकारियों को सरयू-बैलख पम्पिंग योजना को 15 फरवरी तक दुरूस्त करते हुए पेयजल व्यवस्था सुचारू करने के निर्देश दिये। उन्होंने पेयजल निगम के अधिकारियों जल जीवन मिशन के अन्तर्गत तय लक्ष्यों को निर्धारित समय में प्राप्त करने के निर्देश दिये। मा0 मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारी को निर्देश दिये कि जिले में ई-आफिस व्यवस्था पर तीव्र गति से कार्य किया जाय जिससे ई-आफिस की परिकल्पना साकार हो सके। चिकित्सा विभाग के अधिकारियों को निर्देशित करते हुए उन्होंने कहा कि संस्थागत प्रसव बढ़ाये जाय साथ ही नये प्रसव केन्द्र चिन्ह्ति किये जाय। बन्दरों व सुअरों द्वारा खेती को नुकसान पहुॅचाने की समस्या को लेकर उन्होंने अधिकारियों को ठोस कार्य योजना तैयार करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि पहाड़ी क्षेत्रों में यह समस्या बेहद गम्भीर है।
मुख्यमंत्री द्वारा पुलिस विभाग के अधिकारियों को नशे में लगाम लगाने के लिए इस कार्य में लिप्त लोगोंं पर कड़ी कार्यवाही करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि पुलिस महकमे को सख्ती दिखानी होगी जिससे आने वाले भविष्य की पीढ़ी को हम नशावृत्ति से दूर रख सके। पुलिस विभाग के अधिकारियों को नेटर्वक बढ़ाने व जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करने के निर्देश दिये। उन्होंने मुख्यमंत्री त्वरित समाधान कार्यक्रम के अन्तर्गत अधिक से अधिक कैम्प आयोजित कर लोगो की समस्याओं के निस्तारण करने के निर्देश दिये। इस दौरान मुख्यमंत्री के सम्मुख विभिन्न विभागों द्वारा अपना प्रस्तुतीकरण दिया गया।
इस दौरान एकीकृत आजीविका सहयोग परियोजना के चैघाटपाटा स्थित हिलांस आउटलेट शोरूम का मुख्यमंत्री द्वारा वर्चुवल उद्घाटन किया गया। वहीं हिलांस के उत्पादों का विमोचन भी किया गया। बैठक के दौरान पर्यटन विभाग के कलैण्डर का विमोचन भी किया गया। इसके अलावा कोविड-19 के दृष्टिगत जनपद में स्थापित आरटीपीसीआर लैब का भी उन्होंने वर्चुवल उद्घाटन किया गया। लगातार दूसरे वर्ष राष्ट्रीय जल पुरस्कारों में जनपद को प्रथम स्थान प्राप्त हुआ है जिसकी ट्राफी व प्रशस्ति पत्र भी मुख्यमंत्री द्वारा जिलाधिकारी नितिन सिहं भदौरिया व प्रो0 जे0एस0 रावत को सौंपा गया।
बैठक से पूर्व विवेकानन्द पर्वतीय कृषि अनुसंधान संस्थान परिसर में लगे स्टाॅलों का निरीक्षण व उन्नत कृषि बीजो व यन्त्रों का अवलोकन मुख्यमंत्री द्वारा किया गया। संस्थान के निदेशक डा0 लक्ष्मीकान्त द्वारा उनको जानकारी प्रदान की गयी। इस दौरान  मुख्यमंत्री ने जिला प्रशासन एवं ग्रीन हिल्स संस्था के संयुक्त प्रयासो से कसारदेवी, मजखाली, कटारमल व चितई के ग्रामीण क्षेत्रों के अजैविक कचरे प्रबन्धन हेतु वाहन को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया। इसके अलावा जनपद को जिला योजना व राज्य सैक्टर में मिली 03 एम्बुलेंस वाहनों को भी हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया गया। कार्यक्रम में उन्होंने नगर में आवागमन को और सुचारू बनाने के लिए 04 ई-रिक्शा को भी हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया।
इस बैठक में इस अवसर पर विधानसभा उपाध्यक्ष मा0 रघुनाथ सिंह चैहान, उच्च शिक्षा राज्यमंत्री डा0 धन सिंह रावत, बाल विकास राज्यमंत्री श्रीमती रेखा आर्या, सांसद अजय टम्टा, सहकारी बैंक अध्यक्ष ललित लटवाल, चाय विकास बोर्ड के उपाध्यक्ष गोविन्द सिंह पिलख्वाल, विधायक महेश नेगी, जिलाध्यक्ष रवि रौतेला, आयुक्त कुमाऊ मण्डल अरविन्द सिंह हयांकी, पुलिस महानिरीक्षक अजय रौतेला, जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पंकज भट्ट, मुख्य विकास अधिकारी नवनीत पाण्डे, मुख्यचिकित्साधिकारी डा0 सविता हयांकी, डीएफओ महातिम यादव के अलावा अन्य जनप्रतिनिधि व अधिकारी उपस्थित रहे।

अल्मोड़ा।–  मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने बुधवार को सर्किट हाउस में पारम्परिक एैंपण कला से जुड़ी बेटियों से संवाद करते हुए कहा कि जिस खोई विरासत को एैंपण के माध्यम से बेटियों द्वारा संजोने का कार्य किया जा रहा है वह अपने आप में सराहनीय है। उन्होंने अपने सम्बोधन में कहा कि एैंपण प्राचीन कला है वर्तमान पीढ़ी की बच्चियों को इससे जुड़ते देखकर बेहद प्रसन्नता हो रही है।
उन्होंने कहा कि आज हम देश-प्रदेश में राज्य की पहचान इस कला के माध्यम से संजोने का कार्य कर रहे जो एक गर्व की बात है। उन्होंने कहा कि इस बात का गर्व है कि बहनें इस एैंपण कला को जीवंत कर रहीं है साथ ही इससे आर्थिकी में भी सुधार हो रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के क्षेत्रीय व्यंजनों को विशेष खान-पान की पहचान दिलाने का प्रयास किया जा रहा है पहाड़ी व्यंजनों को प्रोत्साहन देते हुए विशेष श्रेणी में लाया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि शिल्प प्रथा को आगे बढ़ाते हुए प्रदेश के कुशल करीगरों को आधुनिक श्रेणी की कारीगरी सिखाने में कारगर हुए है। उन्होंने कहा कि इसी कुशलता को दृष्टिगत रखते हुए उत्तराखण्ड में आवास नीति लागू की गयी है जिसमें उत्तराखण्ड के शिल्प नीति से जो अपने भवनों का निर्माण करेगा उसे एक अतिरिक्त मंजिल बनाने की अनुमति दी जायेगी। उन्होंने कहा कि हमारी सांस्कृतिक पहचान समाप्त होती जा रही जिसे हम अपने कुशल शिल्पियों के माध्यम से धरातल पर लाने का प्रयास कर रहे है। शिल्पियों के कुशल प्रदर्शन से ही प्रदेश में बेरोजगारी दर कम हो रही है जिससे क्षेत्रीय कारीगरो को इससे प्रोत्साहन मिल रहा है तथा वे आत्मनिर्भर हो रहे है।

इस संवाद कार्यक्रम में उन्होंने विभिन्न क्षेत्रों में काम कर रही महिला उद्यमियों को सम्मानित करते हुए उन्हें महिला सशक्तिकरण की ओर अग्रसर होने की बधाई दी। कार्यक्रम के दौरान  मुख्यमंत्री द्वारा पारम्परिक एैंपण से जुड़ी बेटियों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया इसके अलावा सौर स्वरोजगार योजना के लाभार्थियों, मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के लाभार्थियों, होम-स्टे योजना के लाभार्थियों, पी0एम0 स्वनिधि से लाभार्थियों और जनपद के चयनित किसानों को किसान श्री पुरस्कार व प्रमाण पत्र वितरित करते हुए सभी को स्वरोजगार क्षेत्र में किये जा रहे कार्यो के लिए बधाई दी।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री द्वारा एैंपण स्टाॅल का अवलोकन कर बेटियों से चर्चा की गयी और एैंपण को प्रोत्साहित करने के लिए उनसे सुझाव प्राप्त किये। इस दौरान राजकीय बाल किशोरी गृह की बच्चियों द्वारा बनाये गये एैंपण की  मुख्यमंत्री द्वारा बेहद प्रशंसा की गयी। कार्यक्रम में एकीकृत आजीविका परियोजना, उद्योग विभाग, कृषि, उद्यान आदि विभागों के स्टाॅल लगाये गये थे जिनका अवलोकन  मुख्यमंत्री द्वारा किया गया और स्टाॅलों की सराहना की गयी।
इस कार्यक्रम के दौरान विधानसभा उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह चैहान, उच्च शिक्षा राज्यमंत्री डा0 धन सिंह रावत, बाल विकास राज्यमंत्री श्रीमती रेखा आर्या, सांसद अजय टम्टा, विधायक महेश नेगी, भाजयुमो प्रदेश अध्यक्ष कुन्दन लटवाल, पूर्व विधायक कैलाश शर्मा, सहकारी बैंक अध्यक्ष ललित लटवाल, पूर्व जिलाध्यक्ष भाजपा रमेश बहुगुणा, भाजपा युवा मोर्चा प्रदेश प्रभारी गौरव पाण्डे, उपाध्यक्ष राज्य महिला आयोग ज्योति साह, मुख्यमंत्री के जनसम्र्पक अधिकारी विजय बिष्ट, जिलाध्यक्ष रवि रौतेला, महामंत्री महेश नयाल, आयुक्त कुमाऊ मण्डल अरविन्द सिंह हयांकी, पुलिस महानिरीक्षक अजय रौतेला, जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पंकज भट्ट, मुख्य विकास अधिकारी नवनीत पाण्डे, उपजिलाधिकारी सीमा विश्वकर्मा, मोनिका, डिप्टी कलेक्टर गौरव पाण्डे, परियोजना प्रबन्धक आजीविका कैलाश चन्द्र भटट, महाप्रबन्धन उद्योग डा0 दीपक मुरारी, पर्यटन विकास अधिकारी राहुल चैबे, मुख्य उद्यान अधिकारी टी0एन0 पाण्डे, मुख्य कृषि अधिकारी प्रियंका सिंह, के अलावा अन्य जनप्रतिनिधि व अधिकारी उपस्थित रहे।

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