देहरादून। उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय के तत्वावधान में मंगलवार को राष्ट्रीय गणित दिवस के अवसर पर वर्चुअल गोष्ठी का आयोजन किया गया। 22 दिसम्बर को भारत के विश्वविख्यात गणितज्ञ श्रीनिवास रामानुज का जन्म हुआ था। वर्ष 2011 से उनके जन्मदिन को राष्ट्रीय गणित दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफ़ेसर सुनील जोशी ने की। प्रोफेसर जोशी ने कहा कि रामानुजम का योगदान सारे विश्व के लिए भारत की देन है और महापुरुषों को उनके जन्मदिन पर याद करना करके हम अपने अतीत भारत की परंपराओं से रूबरू होते हैं तथा हमारी नई पीढ़ी उनके कृत्यों से और अच्छा कार्य एवं अनुसंधान करने की प्रेरणा मिलती है। हमें रामानुजम के जीवन से प्रेरणा लेनी चाहिए किस तरह बहुत ही कम और अल्प संसाधन में हम अपने ज्ञान विज्ञान को सारी दुनिया तक पहुंचा सकते हैं और विश्व प्रसिद्ध गणितज्ञ के रूप में रामानुजन का जीवन अपने आप में आदर्श है प्रोफेसर नवीन सिंघल , संकाय अध्यक्ष, डी.आई.टी. मुख्य अतिथि एवं प्रोफेसर राकेश मोहन जी डी.आई.टी. यूनिवर्सिटी मुख्य वक्ता के रूप में भाग लिया।
इस अवसर पर प्रो0सुरेश चौबे , प्रो0 अरुण त्रिपाठी, प्रो0अनूपगक्खड़ प्रो0राधाबल्लभ सती,डॉ0पी.के. गुप्ता, डॉ0 नवीन जोशी , डा0 डीके सेमवाल डॉक्टर जोगिंदर सिंह, डॉक्टर उदय पांडे, डॉ0 राजीव कुरेले, अखिलेश सिंह मेघा उनियाल मल्लिका चतुर्वेदी आदि बी.ए.एम.एस. विद्यार्थियों अपने वक्तव्य के द्वारा श्रीनिवास रामानुजन के जीवन एवं उपलब्धियों पर प्रकाश डाला गया। कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के तीनों परिसरो के वरिष्ठ शिक्षक – प्रो0पंकज शर्मा, प्रो0 मीना आहूजा डॉ देवेश शुक्ला डॉ एस पी सिंह डॉ ज्ञानेंद्र शुक्ला, आदि के वरिष्ठ शिक्षक, चंद्र मोहन पेन्यूली, डॉक्टर अमित, डॉ नंदकिशोर दधीचि, एवं बी.ए.एम.एस. के विभिन्न प्रोफेशनल में अध्ययनरत छात्रों ने वर्चुअल माध्यम से प्रतिभाग किया।