देहरादून। ‘खाकी में इंसान’ पुस्तक के लेखक एवं वरिष्ठ आईपीएस अशोक कुमार को उत्तराखंड पुलिस का नया मुखिया बनाया गया है। अशोक कुमार राज्य के 11वें डीजीपी (पुलिस महानिदेशक) होंगे। राज्यपाल की स्वीकृति मिलने के बाद राज्य के गृह सचिव नितेश कुमार झा ने आज इस आशय के आधिकारिक आदेश जारी किए हैं।

आईपीएस कुमार वर्ष 1989 के भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के अधिकारी हैं। अपने लगभग तीन दशक के सेवाकाल में अविभाजित उत्तर प्रदेश से लेकर उत्तराखंड पुलिस, आईटीबीपी और बीएसएफ के महत्वपूर्ण पदों पर तैनात रहे हैं। ‌बीते वर्षों में उन्होंने कई विषयों पर पुस्तकें भी लिखीं, जिनमें उनकी खाकी में इंसान बेहद प्रसिद्ध रही है। राज्य के मौजूदा पुलिस महानिदेशक अनिल कुमार रतूड़ी 30 नवम्बर को सेवानिवृत्त होंगे। उनकी सेवानिवृत्ति के दिन भारतीय पुलिस सेवा के 1989 बैच के अफसर अशोक कुमार प्रदेश के पुलिस महानिदेशक का पदभार संभालेंगे। 1963 में हरियाणा के एक गांव में जन्मे अशोक कुमार ने बीटेक और एमटेक की पढ़ाई की और 1989 में भारतीय पुलिस सेवा में शामिल हुए। उन्होंने यूपी और उत्तराखंड राज्य में विभिन्न चुनौतीपूर्ण कार्य किए। नैनीताल के तराई क्षेत्र से आतंकवाद को समाप्त करने में उनका महत्वपूर्ण योगदान था। वर्तमान में वह देहरादून में पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था), उत्तराखंड के पद पर तैनात हैं। उन्होंने कुछ समय सीआरपीएफ को भी अपनी सेवाएं दीं लेकिन उसके बाद बीएसएफ में केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर उन्होंने अपना कार्यकाल पूरा किया। बीएसएफ में उन्हें महानिरीक्षक (एडीएम) और महानिरीक्षक पंजाब फ्रंटियर के रूप में तैनात किया गया था, जहां उन्होंने फोर्स की प्रोफाइल बढ़ाने में मदद की। उन्हें 2014 में सर्वश्रेष्ठ परिचालन प्रदर्शन के लिए केंद्रीय गृह मंत्री द्वारा ‘महाराणा प्रताप ट्रॉफी’ प्रदान की गई थी। उन्होंने वर्ष 2001 में तनावग्रस्त कोसोवो में सेवा देने के लिए संयुक्त राष्ट्र पदक प्राप्त किया। उन्हें 2006 में भारतीय पुलिस पदक के लिए दीर्घ और मेधावी सेवाओं से सम्मानित किया गया। उन्हें गणतंत्र दिवस 2013 के अवसर पर विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पुलिस पदक से भी सम्मानित किया गया।