हल्द्वानी । उतराखंड के हल्द्वानी के बनभूलपुरा क्षेत्र में मलिक के बगीचे में अवैध रूप से कब्ज कर बनाए गए नमाज स्थल और मस्जिद तोड़ने गई नगर निगम और पुलिस टीम पर स्थानीय लोगों ने जमकर पथराव किया। जिसके बाद से हल्द्वानी शहर में तनाव की स्थिति पैदा हो गई है। बनभूलपुरा इलाके में सरकारी भूमि (नजूल) पर बनी अवैध मदरसा व नमाज स्थल ध्वस्त करने गई पुलिस, प्रशासन व नगर निगम की टीम पर मुस्लिम समुदाय के लोगों ने पथराव कर दिया। इस दौरान उपद्रवियों ने बनभूलपुरा थाने पर भी हमला कर दिया। पुलिस व मीडियाकर्मियों के दर्जनों वाहनों को आग के हवाले कर दिया। पुलिसकर्मियों ने थाने से भागकर जान बचाई। तनावपूर्ण स्थिति को देखते हुए प्रशासन ने रात में इलाके में कर्फ्यू लगाते हुए उपद्रवियों को देखते ही गोली मारने के आदेश भी कर दिए गए।

सरकारी जमीन,नजूल भूमि में बने मदरसा और नमाज स्थल को तोड़ने को लेकर स्थानीय लोग भड़क गए हैं। एसडीएम समेत नगर निगम कर्मी भी चोटिल हुए हैं। कई जगहों पर पथराव और आगजनी की सूचना मिल रही है। मौके पर भारी पुलिस फोर्स मौजूद है।‌ उपद्रवियों ने नगर निगम की जेसीबी तोड़ दी और पुलिस जीपए ट्रैक्टर समेत कई वाहनों पर आग लगा दी। पुलिस ने भी बचाव में कई राउंड आंसू गैस के गोले भी दागे। देर शाम उपद्रवियों ने बनभूलपुरा थाना फूंक दिया।

बृहस्पतिवार की दोपहर से तैयारी शुरू कर दी थी। दोपहर ढाई बजे तक कोतवाली के बाहर हल्द्वानी के आसपास के थानों की फोर्स पहुंच गई थी। शाम 4 बजे पुलिस फोर्स के साये में नगर निगम की टीम ने अतिक्रमण ढहाने पहुंची। इसका स्थानीय लोगों ने विरोध शुरू कर दिया।

इस बीच दोबारा अतिक्रमण टीम ने ढहाना शुरू किया लोगों ने फिर पत्थर बरसाने शुरू कर दिए। उपद्रवियों को रोकने के लिए पुलिस को कई राउंड आंसू गैस के गोले दागने पड़े।बवाल की सूचना पर हल्द्वानी का बाजार बंद हो गया। पूरे शहर में तनाव की स्थिति बनी हुई है। पुलिस स्थिति को कंट्रोल करने में जुटी है।

मामले को बढ़ता देख मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उच्च स्तरीय बैठक बुलाई है, जिसमें मुख्य सचिव राधा रतूड़ी और पुलिस महानिदेशक अभिनव कुमार के साथ स्थिति की समीक्षा की। लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की गई है। अराजक तत्वों से सख्ती से निपटने के निर्देश जारी किए गए हैं।

मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र बनभूलपुरा में सरकारी जमीन (नजूल भूमि) में बने मदरसा और नमाज स्थल को तोड़ने गई टीम पर हमला हो गया। देखते ही देखते फायरिंग आगजनी और पथराव होने लगा। घटना में 100 से अधिक लोग घायल हो गए हैं। स्थिति को काबू में करने के लिए चार कंपनी पैरा मिलिट्री फोर्स बुलाई गई है। साथ ही इंटरनेट सेवा बंद करने की तैयारी की जा रही है।

शुक्रवार को शहर के सभी स्कूलों को बंद रखने के निर्देश भी जारी हो गए। महिला एसडीएम व एसपी समेत करीब 250 से अधिक पथराव में चोटिल लोग अस्पतालों में उपचार करा रहे हैं। बता दें कि बनभूलपुरा वही इलाका है जहां पिछले साल रेलवे की भूमि पर बसी 50 हजार की आबादी वाली बस्ती को खाली कराने का हाई कोर्ट ने आदेश दिया था। पुलिस-प्रशासन ने अतिक्रमण हटाने के लिए पूरी तैयारी भी कर ली थी। इसी बीच मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया और वर्तमान में विचाराधीन है।

मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र बनभूलपुरा के मलिक का बगीचा में सरकारी जमीन (नजूल भूमि) पर वर्षों पूर्व बने मदरसा और नमाज स्थल का पता पिछले माह ही नगर निगम की टीम को पता लगा। गुरुवार शाम करीब पांच बजे प्रशासन, पुलिस व नगर निगम की टीम बुलडोजर लेकर अतिक्रमण तोड़ने पहुंची।

प्रशासनिक अधिकारी समेत करीब 500 से अधिक संख्या में पुलिस बल भी मौजूद था। जैसे ही बुलडोजर ने अतिक्रमण ध्वस्त करना शुरू किया चारों तरफ से पथराव शुरू हो गया। देखते ही देखते मुस्लिम समुदाय के लोगों की भारी भीड़ जुट गई। घरों की छत व सड़कों से पथराव कर जहां-तहां पुलिस से लेकर मीडियाकर्मियों के वाहन जला दिए गए।

एसडीएम कालाढूंगी रेखा कोहली, एसपी हरबंस सिंह समेत पुलिस व निगमकर्मियों को भी पत्थर लगे। इसी बीच करीब छह बजे तक बवाल पूरे क्षेत्र में होने लगा। भीड़ बनभूलपुरा थाने की तरफ पहुंच गई और थाने के बाहर खड़े पुलिस व मीडियाकर्मियों के एक दर्जन से अधिक वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया। पथराव में घायल करीब 250 से अधिक लोग उपचार के लिए बेस अस्पताल व डा. सुशीला तिवारी अस्पताल लाए गए हैं।