विकासनगर। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का 20 दिवसीय संघ शिक्षा वर्ग प्रथम वर्ष आज सरस्वती विद्या मंदिर बाबूगढ़ विकासनगर में संपन्न हुआ। संघ शिक्षा वर्ग में स्वयंसेवकों ने अनुशासन, दंडवाहिनी और कदमताल सहित अन्य गुर सीखे। इस दौरान स्वयं सेवकों ने संघ के बैंड की धुन पर कदम ताल का शानदार प्रदर्शन किया।
गुरुवार शाम को सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कालेज बाबूगढ़ के मैदान में हुए कार्यक्रम में मुख्य वक्ता अखिल भारतीय सह प्रचारक प्रमुख अद्वैतचरण दत्त ने कहा कि देश भर में आरएसएस के प्रशिक्षित स्वयं सेवक विभिन्न कार्यक्रम संचालित कर रहे हैं। इसके साथ ही ग्राम विकास, पर्यावरण संरक्षण, परिवार परिबोधन, गौ संवर्द्धन के क्षेत्र में संघ की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। कहा कि उत्तराखंड सीमांत प्रदेश है। यहां के हर घर से सैनिक है, जो देश की सीमाओं पर हर चुनौती से निपटने के लिए तैयार हैं।
उन्होंने कहा कि उत्तराखंड सीमावर्ती क्षेत्र है। यहां के प्रत्येक घर से एक सैनिक है और यह सैनिक देश की सीमा के लिए हर चुनौती के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि देश के अंदर आंतरिक अनुशासन बना रहे इसलिए बाल्यकाल से ही संघ सेवकों को चरित्र निर्माण का पाठ पढ़ाया जाता है और वह स्वयंसेवक अनुशासित होकर देश के निर्माण में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निर्वाह करता है। संघ का उद्देश्य व्यक्ति के अंदर देशभक्ति का संस्कार उत्पन्न करना है। शाखा के माध्यम से खेल के साथ-साथ स्वयंसेवकों को देशभक्ति का पाठ पढ़ाया जाता है। संघ के माध्यम से देशभर में विभिन्न गतिविधियां संचालित हो रही है। इस अवसर पर संघ के शिक्षा वर्ग में आए शिक्षार्थियों ने योग, आसन, दंड, युद्ध, नियुद्ध, सूर्य नमस्कार एवं विभिन्न खेलों का आकर्षण प्रदर्शन किया।