2 Jul 2025, Wed

शीतकालीन गददीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ में विराजमान हुए बाबा केदार

शीतकालीन गद्दीस्थल पर विराजमान हुए बाबा केदार
-डोली आगमन पर भक्तों ने किया जोरदार स्वागत
रुद्रप्रयाग। दो पड़ावों पर रात्रि विश्राम करने के बाद भगवान केदारनाथ अपने शीतकालीन गददीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ में विराजमान हुए। अब आगामी शीतकाल के छह माह तक यहीं पर भोले बाबा की नित्य पूजाओं के साथ ही भक्त दर्शन कर सकेंगे।
गत् 29 अक्टूबर को केदारनाथ धाम के कपाट बंद होने के बाद भोले बाबा की उत्सव डोली रात्रि विश्राम के लिए अपने प्रथम पड़ाव रामपुर पहुंची थी। बुधवार को भगवान केदार बाबा की उत्सव डोली विभिन्न पड़ावों पर दर्शन देने के बाद अपने दूसरे पड़ाव विश्वनाथ मंदिर गुप्तकाशी पहुंची थी। गुरूवार को सुबह ठीक आठ बजे मुख्य पुजारी केदार लिंग ने केदारनाथ की पंचमुखी भोगमूर्ति की विशेष पूजा अर्चना कर भोग लगाया। इस दौरान गुप्तकाशी क्षेत्र के विभिन्न क्षेत्रों से पहुंचे भक्तों ने भोले बाबा के दर्शन कर अपने परिवार की सुख समृद्धि की कामना की। जैसे ही भगवान की उत्सव डोली अपने अंतिम पड़ाव के लिए रवाना हुई, वैसे ही भक्तों के जयकारों एवं जम्मू-कश्मीर इंफ्रेंट्री रेजीमेंट की बैंड धुनों से क्षेत्र का पूरा वातावरण भक्तिमय हो गया। उत्सव डोली भैंसारी, विद्यापीठ, जैबरी होते हुए पौने 11 बजे जैबीरी पहुंची, जहां स्थानीय लोगों ने भगवान की डोली अग्र्य लगाया। इसके उपरान्त डोली देवदर्शनी पहुंचने पर यहां मौजूद भक्तों ने फूल मालाओं से स्वागत किया। ठीक पौने 12 बजे केदार बाबा की डोली शीतकालीन गददीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ परिसर पहुंची, डोली के ऊखीमठ पहुंचने पर यहां उपस्थित सैकडों भक्तों ने फूल व अक्षतों से जोरदार स्वागत किया तथा भक्तों के जयकारों से पूरा क्षेत्र शिवमय हो उठा। जहां पर केदार बाबा की डोली ने मुख्य मंदिर की परिक्रमा करने के बाद डोली को गददीस्थल में ले जाया गया। जहां केदारनाथ के रावल भीमाशंकर लिंग की मौजदूगी में मंदिर पुजारी ने वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ भोले बाबा पंचमुखी भोगमूर्ति को डोली से निकालकर मंदिर के गर्भगृह में स्थापित किया। अब आगामी शीतकाल के छह माह तक यहीं पर भगवान की पूजा अर्चना संपन्न की जाएगी। साथ ही आगामी छह माह तक भक्त भी यहीं पर दर्शन कर सकेंगे। अंत सभी भक्तों को प्रसाद वितरित किया गया। इस अवसर पर केदारनाथ के रावल भीमाशंकर लिंग, बद्री-केदार मंदिर समिति के उपाध्यक्ष अशोक खत्री, कार्याधिकारी एनपी जमलोकी, पूर्व विधायक शैलारानी रावत, नपं अध्यक्ष विजय राणा, डोली प्रभारी युद्धवीर पुष्पाण, पुजारी केदार लिंग, शिव शंकर लिंग, राजकुमार नौटियाल, लक्ष्मी प्रसाद भटट, खुशाल नेगी, पुष्कर रावत समेत सैकडों भक्तजन उपस्थित थे।

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