हरिद्वार। हरिद्वार उत्तराखंड राज्य आंदोलन के मध्य 1 सितंबर 1994 को खटीमा में तत्कालीन मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव द्वारा कराई गई गोली कांड में शहीद राज्य आंदोलनकारियों की बरसी पर राज्य आंदोलनकारियों ने समिति के केंद्रीय अध्यक्ष जेपी पांडे के नेतृत्व में नया हरिद्वार के हरी हरा मंदिर में पंडित जोशी से शहीदों की आत्मा शांति हेतु पूजा अर्चना की आक्रोशित राज्य आंदोलनकारियों ने 25 साल पश्चात भी खटीमा मसूरी है और रामपुर तिराहा मुजफ्फरनगर के दोषियों को  अभी तक सजा ना मिलने पर शर्म करो शर्म करो किनारे लगाए चिन्हित राज्य आंदोलनकारी समिति रजिस्टर्ड के केंद्रीय अध्यक्ष जेपी पांडे ने  श्रद्धांजलि सभा में अब तक की सरकारों पर आरोप लगाया कि खटीमा में 2009 में शहीद स्मारक हेतु आधा बीघा जमीन दी गई थी जो कि आज 10 साल पश्चात भी शहीद स्मारक नहीं बन पाया खटीमा के  सात शहीद राज्य आंदोलनकारियों के आश्रितों को आज तक भी कोई सुविधा मुहैया नहीं कराई गई पांडे ने तत्कालीन सरकार पर आरोप लगाया कि 1 सितंबर 1994 को खटीमा गोलीकांड में लगभग 20 से लेकर 25 लोग मारे गए थे परंतु पुलिस ने मात्र 7 लोग सहित दिखाएं और शेष ला से गायब कर दी थी श्रद्धांजलि सभा में सरकार से मांग की की समस्त खटीमा मसूरी एवं 2 अक्टूबर रामपुर तिराहा मुजफ्फरनगर के शहीद राज्य आंदोलनकारियों के आश्रितों को समस्त सुविधाएं मुहैया कराई जाएं सभा में अब तक की सरकारों की निंदा करते हुए राज्य आंदोलनकारियों ने कहा कि आज 25 सालों के पश्चात भी खटीमा मसूरी एवं रामपुर तिराहा कांड के दोषियों को सजा नहीं मिल पाई श्रद्धांजलि देने वालों में जेपी पांडे सावित्री नेगी सतीश जैन रश्मि चमोली मंजू लोहानी सरोज मंगाई रामदेव मौर्य जगमोहन सिंह नेगी सुमन चैहान सीता देवी रामदत्त नैनवाल महेश गौर विजय भंडारी भीमसेन रावत राजेश गुप्ता नत्थू जुयाल रमेश रतूड़ी आनंद सिंह नेगी आरएस मनराल, मुखी शेम वॉल डॉ हरी नारायण जोशी, शीशराम शर्मा लज्जावती नौटियाल कमला धौंडियाल सावित्री पटवाल साधना नवानी नेगी सहित भारी संख्या में राज्य अधिकारी उपस्थित रहे।