देहरादून। 15वीं गढ़वाल राइफल शहीद सैनिक प्रवीन सिंह को आज अश्रुपूर्ण विदाई दी गयी। जम्मू-कश्मीर में आतंकियों की तलाश में चल रहे अभियान के दौरान हुए विस्फोट में प्रवीण गंभीर रूप से घायल हो गए थे। शनिवार को शहीद का पार्थिव शहीद गांव पहुंचे ही चीखें निकल पड़ी। बलिदानी प्रवीण सिंह का पार्थिव शरीर शनिवार दोपहर बाद उनके पैतृक गांव पुंडोली पहुंच गया। इस दौरान पूरा गांव प्रवीण सिंह अमर रहे के नारों से गूंज उठा। वहीं स्वजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। इस दौरान अपने बलिदानी पिता की तस्वीर पकड़े छह साल के वंश को देख हर किसी का दिल पसीज गया।
बलिदानी जवान को नम आंखों के बीच सैन्य सम्मान के साथ आखिरी विदाई दी गई। सेना के जवानों ने सैन्य सम्मान के साथ प्रवीण सिंह को उनके पैतृक घाट शिवपुरी में अंतिम विदाई दी। जम्मू से वायु सेना के विशेष विमान से शुक्रवार शाम साढ़े छह बजे जौलीग्रांट स्थित देहरादून एयरपोर्ट लाया गया। एयरपोर्ट पर बलिदानी प्रवीण सिंह को सेना के जवानों ने गार्ड आफ आनर दिया गया।
बृहस्पतिवार तड़के सेना को शोपियां जिले के पतितुहलान और छोटीपुरा के बीच आतंकियों के छिपे होने सूचना मिली थी। आतंकियों की धरपकड़ के लिए राष्ट्रीय राइफल की टुकड़ी ने सर्च ऑपरेशन शुरू किया। सेना की टुकड़ी सेधाऊ बाजार पहुंची तो वहां अचानक धमाका हो गया। धमाके में गढ़वाल राइफल के जवान प्रवीन सिंह (32) पुत्र प्रताप सिंह निवासी ग्राम पुंडोली पट्टी, नैलचामी भिलंगना के साथ कई अन्य जवान गंभीर रूप से घायल हो गए।
घायल सैनिकों को श्रीनगर ले जाया गया और वहां से उन्हें एयर एंबुलेंस से सैन्य अस्पताल उधमपुर ले जाया गया। अस्पताल में इलाज के दौरान प्रवीन सिंह शहीद हो गए। जिला सैनिक कल्याण अधिकारी जीएस चंद ने बताया कि शहीद का पार्थिव शरीर शुक्रवार देर शाम को विशेष विमान से जौलीग्रांट एयरपोर्ट पहुंचाया गया। पैतृक घाट पर सैन्य सम्मान के साथ शहीद को अंतिम विदाई दी गई।