देहरादून। उत्तराखंड कांग्रेस के महामन्त्री संगठन विजय सारस्वत और उपाध्यक्ष धीरेंद्र प्रताप ने भाजपा अध्यक्ष बंशीधर भगत के उस बयान की कटु आलोचना की है जिसमें उन्होंने कहा है कि प्रदेशों से आ रहे उत्तराखंडी प्रवासियों को भाजपा अपने रडार पर रखेगी। उन्होंने कहा कि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के बयान से ऐसा प्रतीत होता है कि राज्य के प्रवासी लोग अपने गांव आने की बजाय विदेशी धरती पर आ रहे हों। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार व्यवस्था नाम पर तो कुछ कर नहीं पा रही है। उन्होंने कहा कि पिछले 48 घंटों में अकेले पौड़ी जनपद में क्वरन्टाईन किए गए 2 लोगों की अव्यवस्था के कारण मौत हो चुकी है। रिखणीखाल में कल श्रीमती गायत्री देवी का निधन हुआ है जबकि आज पौडी के बीरोंखाल विकासखंड के बीरगणा गांव में एक 31 वर्षीय युवक की मौत हो गई है। विजय सारस्वत और धीरेंद्र प्रताप ने कहा कि राज्य सरकार कोरोना से बचाए जाने के नाम पर केवल थर्मल टैस्टिंग करके अपने कर्तव्यों का निर्वहन मान रही है । उन्होंने यह भी कहा कि गांव में क्वारेन्टाइन के नाम पर प्रधानों को जिम्मेदारी सौंप कर इतिश्री कर दी गई है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री दिल्ली के बड़े बड़े पैकेजो की बात कर रहे हैं पर यह बताने से कतरा रहे हैं कि गांवों में व्यवस्था के नाम पर क्या दिया जा रहा है? उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ओलावृष्टि से बरबाद हुए प्रदेश के किसानों की सुध लेने को भी तैयार नहीं हैं। कांग्रेस नेताओं ने कहा कि इन क्वारेन्टाइन सैन्टरों में खाद्यान्नांे की भी कोइ व्यवस्था नहीं है तथा जिस तरह से गांव में व्यवस्था की जा रही है उससे स्पष्ट हो गया है कि राज्य सरकार ने तथाकथित अव्यवस्थित क्वारेंन्टाइन केंद्रों में लोगों को उनके हाल पर छोड दिया है। इन सब के ऊपर उन्होंने आरोप लगाया कि प्रवासियों को रडार पर रखने की बात कहकर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत ने दुखी प्रवासियों के जख्मों पर नमक छिड़कने का काम कर दिया है। कांग्रेसी नेताओं ने कहा है कि इससे भारतीय जनता पार्टी की प्रवासियों के प्रति असंवेदनशीलता की हद दिखाई देती है। उन्होंने भाजपा अध्यक्ष बंशीधर भगत से प्रवासियों के विरुद्ध दिए गए बयान को वापस लेने और जनता से माफी मांगने के लिए कहां है।