देहरादून। शीशमबाड़ा सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट के खिलाफ आंदोलित ग्रामीणों ने प्लांट प्रशासन पर शासन प्रशासन को गुमराह करने का आरोप लगाया है। आंदोलनकारियों ने कहा कि पांच माह से प्लांट को बिना पर्यावरण और प्रदूषण विभाग की एनओसी के चलाया जा रहा है। कहा कि प्लांट में व्याप्त अनियमितताओं के कारण आज क्षेत्र की जनता को अनेक समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। कहा कि प्लांट को जब तक हटाया नहीं जाता तब तक उनका बेमियादी आंदोलन जारी रहेगा।शीशमबाड़ा प्लांट के खिलाफ ग्रामीणों का बेमियादी धरना प्रदर्शन 104वें दिन भी जारी रहा। ग्रामीणों ने शासन-प्रशासन और प्लांट प्रबंधन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। कहा कि टिहरी की सांसद माला राज्य लक्ष्मी शाह और सहसपुर के विधायक ने खुद प्लांट का निरीक्षण कर प्लांट में कई खामियां पाई। ग्रामीणों ने तत्काल प्लांट को बंद करने की मांग करते हुए आंदोलन को तेज करने की चेतावनी दी है। प्रदर्शनकारियों में राजेश शर्मा, नीलम थापा, पूनम पंवार, रुकमणी सजवाण, बीना बमराडा, कुसुम भट्ट, नीमा जोशी, फूलमती, सुशीला सेमवाल, एमएस कटारियां, मिठ्ठनलाल, विवेक, गोविंद राम, रीता शर्मा, सोबत सजवाण, शशि कुमार, सीएम जोशी, मनीष झा, रेखा भट्ट, नीति पंवार, दीपा जोशी, मनोज कुमार, प्रवीण चैधरी, सुधीर रावत, सुमित्रा रावत, कमला नेगी आदि शामिल रहे।