-शीशमबाड़ा प्लांट हटाने की कर रहे हैं ग्रामीण मांग
देहरादून। शीशमबाड़ा सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट के खिलाफ स्थानीय लोगों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। प्लांट के बाहर अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन कर रहे लोगों ने शनिवार को प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड का पुतला दहन किया। प्रदर्शनकारियों ने प्रदेश सरकार और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड पर आंदोलनकारियों ने प्लांट की प्रबंधन कंपनी से मिलीभगत करने का आरोप लगाया।
प्लांट के खिलाफ धरना-प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों ने उत्तराखंड प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड पर आरोप लगाया कि बोर्ड के अधिकारी कर्मचारी प्लांट की प्रबंधन कंपनी से मिले हुए हैं। सेलाकुई व आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में प्लांट की दुर्गंध के कारण जहां वायु प्रदूषण हो रहा है। वहीं पानी में दुर्गंध और कीड़े आ रहे हैं। जिससे जल प्रदूषित हो गया है। इसके बावजूद बोर्ड के अधिकारी प्रदूषण की जांच करने नहीं आये। कई बार शिकायत करने के बावजूद बोर्ड के अधिकारियों ने न तो प्रदूषण की जांच की है और नहीं कंपनी के खिलाफ कोई कार्रवाई की है। जिससे स्पष्ट है कि कंपनी के साथ बोर्ड की मिलीभगत के चलते कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। आंदोलनकारियों ने चेतावनी दी है कि यदि बोर्ड कोई कार्रवाई नहीं करता तो जल्द बोर्ड के कार्यालय पर तालाबंदी की जायेगी। प्रदर्शनकारियों में विनीता भंडारी, आशा रावत, सपना शर्मा, निरंजन चैहान, रविकांत सिंघल, सतीश राणा, अंश भंडारी, मनीष झा, संदीप भंडारी, वन्दना रावत, कविता रावत, नीतू बिष्ट, सुमन, अमित अग्रवाल, सुधीर रावत, सुमित्रा, सुलोचना, अरविंद कुमार, आत्माराम, खड़क सिंह, मोनू, नफीस, जब्बार, महिपाल नेगी, जसवीर सिंह, श्रीपाल ठाकुर, सलीम, हाजी याकूब, शराफत अली, अभिषेक, अनीता आदि मौजूद रहे।