हरिद्वार। पीड़ितों की सेवा में सदैव अग्रणी रहने वाले अखिल विश्व गायत्री परिवार महाराष्ट्र ,कर्नाटक के बाढ़ पीड़ितों की सेवा में जुटा है। महाराष्ट्र, कर्नाटक सहित पूरा भारत इन दिनों अति वृष्ट्रि से पीड़ित है। शांतिकुंज आपदा प्रबंधन द्वारा पिछले माह अगस्त से ही विभिन्न प्रान्त में अखिल विश्व गायत्री परिवार प्रमुख डॉ प्रणव पंड्या के मार्ग दर्शन में आपदा प्रबंधन दल पूरे भारत में सतत सक्रीय है।
शांतिकुंज स्थित आपदा प्रबधन विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार गायत्री परिवार ने महाराष्ट्र ,कर्नाटक के इचलकरन्जी, बेलगाम में राहत शिविर का बैस कैम्प बनाया है। जहाँ से गाँव-गाँव जाकर सर्वे कार्य से लेकर राहत सामग्री पहुँचाने में दस हजार से अधिक स्वयंसेवी कार्यकर्त्ता दिनरात जुटे हैं। राहत कार्य के लिए अलग-अलग टीमें बनाई गयी है। जिसमें तैयार भोजन-पैकेट देने, कच्चा भोजन सामग्री, आवासीय सामग्री, मेडिकल सेवा एवं सफाई अभियान प्रमुख है। शान्ति कुन्ज के प्रतिनिधि उत्तम गायकवाड़ एवं गायत्री परिवार इचलकरन्जी प्रमुख राजेन्द्र बोहराजी, बेलगाम के ओमप्रकाश राजगुरु की टीम के साथ प्रभावित क्षेत्रों का भ्रमण किया,लोगों से उनकी समस्या जानी।
इचलकरन्जी गायत्री परिवार,जगदंबा सत्संग मंडल द्वारा जगदंबा भवन से प्रतिदिन लगभग 6000 लोगो के भोजन् की व्यव्स्था करके पीड़ित परिवारो तक पहुंचाया जा रहा है। इस पुनीत कार्य में ओम पुरोहित, लक्ष्मीकांत तिवारी, कैलाश पुरोहित, गोपल सोनी, रामकिशोर तिवारी ,अशोक पुरोहित , मांगीलाल पुरोहित पुरे तन मन धन जुटे हैं। अखिल विश्व गायत्री परिवार प्रमुख डॉ. प्रणव पण्ड्या ने कहा कि पीड़ित मानव की सेवा ही सच्ची प्रभु भक्ति है। इनकी सेवा से ही प्रभु की प्राप्ति होती है। उन्हों ने कहा की शांतिकुंज ने बाढ़ पीड़ितों के लिए सात सूत्रीय कार्य योजना बनाई है। जिसमें भोजन पैकेट पहुँचाना, मेडिकल सेवाएँ, दैनिक उपयोगी की आवश्यक सामग्रियाँ, सफाई अभियान आदि लघु योजनाएँ हैं। जबकि भवनों का निर्माण, स्कूलों का पुनर्निमाण, सामुदायिक भवनों का पुनर्निमाण तथा बाढ़ प्रभावित जिलों के दो-दो गाँवों को गोद लेकर विकास कार्य किया जायेगा। साथ ही भविष्य में ऐसी दैवीय आपदाओं के समय त्वरित राहत कार्य किये जा सकें, इसके लिए त्वरित आपदा प्रबंधन सेवादल का गठन भी किया जायेगा।