देहरादून। ट्रांसजेंडर कलाकार और पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित डॉ नर्थकी नटराज ने आज कासिगा स्कूल के छात्रों के लिए भरतनाट्यम नृत्य प्रस्तुत किया। उन्होंने स्पिक मेके के तत्वावधान में प्रदर्शन किया। डॉ नटराज ने भरतनाट्यम की एक पारंपरिक प्रदर्शनों की प्रस्तुति दी और अपनी अभूतपूर्व चाल और चेहरे के भावों से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। इस अवसर पर, उन्होंने कहा मुझे लगता है कि नृत्य एक ऐसा साधन है जिससे हम अपने शारीरिक एवं आंतरिक रूप से जुड़ सकते हैं।
कहा मेरा मानना है कि नृत्य की वजह से मुझे अपनी स्त्रीत्व को व्यक्त करने का एक साधन मिला, जिसे मैं अन्यथा करने में असमर्थ थी। नृत्य मेरे स्त्रीत्व का एहसास करने और इसकी सूक्ष्मता को व्यक्त करने के लिए एक प्रभावी साधन रहा है। डॉ नर्थकी तंजावार स्थित नायक भाव परंपरा में माहिर हैं और भारत और विदेशों में इस नृत्य शैली से जुड़ा एक जाना माना चेहरा बन गई हैं। उन्होंने भारत, अमेरिका, ब्रिटेन और यूरोप के सभी प्रमुख समारोहों में प्रदर्शन किया है। पेरियार मणियामई विश्वविद्यालय द्वारा उन्हें डॉक्टरेट की मानद उपाधि से भी नवाजा गया है। डॉ नर्थकी देश के तीसरे सबसे बड़े नागरिक पुरस्कार पद्मश्री प्राप्त करने वाले ट्रांस समुदाय की पहली सदस्य हैं। उन्होंने सर्किट के दौरान, डीएवी पब्लिक स्कूल और सेंट जेवियर्स स्कूल में भी प्रदर्शन किया। वह केंद्रीय विद्यालय आईटीबीपी, एमकेपी पीजी कॉलेज और दून गर्ल्स स्कूल में भी प्रदर्शन करेंगी।