देहरादून। हाल ही में हुए पटवारी एवं लेखपाल परीक्षा से पूर्व ही पेपर लीक होने का मामला सामने आया है। एसटीएफ ने चार दिन पहले 8 जनवरी 2023 को लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित कि गई लेखपाल और पटवारी भर्ती मामले में पेपर लीक के 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपियों में से आयोग का एक अनुभाग अधिकारी भी शामिल है। उत्तराखंड में जबसे भर्ती घोटाले के मामले सामने आने शुरू हुए हैं तब से एक के बाद एक भर्ती परीक्षा पेपर लीक होने के चलते रद्द होती आ रही है। यूकेएसएसएससी पेपर लीक काण्ड कि सख्ती के बाद भी दलाल सक्रिय हैं।
पहले उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के पेपर लीक होने के ही मामले सामने आ रहे थे, लेकिन अब उत्तराखंड लोक सेवा आयोग द्वारा 4 दिन पहले कराई गई पटवारी भर्ती परीक्षा में भी पेपर लीक होने कि बात दुर्भाग्यपूर्ण है। इसकी कारण दलालों को बड़ी सजा न मिलना भी बताया जा रहा है। उत्तराखंड में भर्ती घोटालों के चलते उत्तराखंड के युवाओं का भविष्य संकट में आ गया है।
एसटीएफ को मिली पेपर लीक होने की एक शिकायत के बाद से ही एसटीएफ ने जांच शुरू कर दी थी, प्रेसकान्फ्रेंस में एसटीएफ ने बताया कि पटवारी भर्ती लीक मामले में लक्सर के 3 लोगों को गिरफ्त में लिया है। बताया गया कि आयोग का अनुभाग अधिकारी संजीव चतुर्वेदी ने राजपाल को पेपर होने से पहले ही पेपर चुराकर दें दिया था। अभी तक कि कार्रवाई में 35 अभ्यर्थीयों को पेपर मुहैया कराया गया है। इनके पास से अभ्यर्थीयों से पेपर के बदले लिए गए 22.50 लाख रूपये बरामद किए गए हैं। विवेचना अभी चल रही है। इनके यूकेएसएसएससी पेपर लीक में भी हाथ होने कि आशंका जताई जा रही है। आरोपियों से पूछताछ जारी है।