देहरादून। सूबे के 12 जिलों में हुए त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के परिणाम आ चुके है। भले ही इन चुनावों में भाजपा कांग्रेस को क्लीन स्वीप करने के दावे को पूरा न कर सकी हो लेकिन अपनी कामयाबी पर भाजपा गदगद है और जश्न में डूबी है वहीं कांग्रेस भी सत्ता से बाहर रहने के बावजूद अपने प्रदर्शन को बेहतर बता रही है।
भाजपा ने क्षेत्र पंचायत और ग्राम पंचायत चुनाव में अच्छी जीत के बाद ब्लाक प्रमुख के कुल 89 में से 47 और जिला पंचायत अध्यक्ष के 12 में से 9 पदों पर जीत दर्ज की है जबकि कांग्रेस जिसने सभी पदों पर अपने प्रत्याशी नहीं उतारे थे ब्लाक प्रमुख के 18 और जिला पंचायत अध्यक्ष के तीन पदों पर जीत दर्ज करने में सफल रही है। सत्ता से बाहर रहकर भी उसने जो प्रदर्शन किया है वह उससे खुश है। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह का कहना है कि आल ओवर भाजपा को इस चुनाव में 75 प्रतिशत सफलता मिली है जो अपने आप में बड़ी जीत है। पंचायत चुनावों के नतीजे पर संतुष्टी जताते हुए वह कहते है कि जनता ने उनकी सरकार द्वारा तीन साल में किये गये कामों पर अपनी मोहर लगा दी है। हर स्तर पर भाजपा कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन बेहतर रहा है।
उधर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह का कहना है कि भाजपा द्वारा पंचायत चुनाव में सत्ता बल व धनबल का खुला दुरूपयोग किया गया है। लेकिन इसके बावजूद भी कांग्रेस ने बेहतर प्रदर्शन किया है। कांग्रेस ने अधिकांश सीटों पर अपने अधिकृत प्रत्याशी नहीं उतारे थे लेकिन इस चुनाव में कांग्रेसी विचारधारा के निर्दलीय प्रत्याशियों की बड़ी संख्या में जीत हुई है। वहीं इंदिरा हृदयेश का कहना है कि हमारे पास ब्लैक मनी नहीं थी और न ही सत्ता की ताकत थी। लेकिन फिर भी हम चुनाव हारे नहीं है। कांग्रेस के बहुत सारे निर्दलीय प्रत्याशी जीते है।