देहरादून। मुख्यमंत्री श्री तीरथ सिंह रावत के निर्देश पर ऋषिकेश-बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग-58 तोता घाटी में चल रहे काम के कारण यात्रियों की सुरक्षा को देखते हुए अग्रिम आदेशों तक पूर्ण रूप से बंद रहेगा। ऐसे में आवागमन वैकल्पिक रास्तों से होगा।

जिलाधिकारियों के साथ बैठक में मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारी टिहरी को इसके निर्देश दिये थे। तोताघाटी में कटिंग और सड़क चौड़ीकरण का कार्य चल रहा है। यातायात के कारण बार-बार काम को रोकने से काम की गति प्रभावित होती है वहीं यात्रियों की सुरक्षा को भी खतरा रहता है। इस दृष्टिगत मुख्यमंत्री  ने आवागमन के वैकल्पिक व्यवस्था सुनिश्चित करते हुए तोताघाटी को कुछ दिनों तक बंद करने के निर्देश दिये।

मुख्यमंत्री ने सचिवालय में चारधाम यात्रा की तैयारियों की बैठक लेते हुए निर्देश दिये कि चारधाम यात्रा के दृष्टिगत 30 अप्रैल तक सभी व्यवस्थाएं पूर्ण कर ली जाएं। उन्होंने कहा कि वे स्वयं कार्यों का स्थलीय निरीक्षण करेंगे। सभी सचिवों को निर्देश दिये कि समय-समय पर अपने विभागों की कार्यप्रगति का स्थलीय निरीक्षण करें। मुख्यमंत्री  ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि चारधाम यात्रा शुरू होने से पूर्व सड़कों के सुधारीकरण का कार्य हर हाल में पूर्ण किया जाए। 31 मार्च तक तोताघाटी में सड़क सुधारीकरण का कार्य पूर्ण कर लिया जाए। यात्रा मार्गों पर वाॅटर एटीएम की व्यवस्था के लिए जल्द कार्ययोजना बनाने के साथ ही पानी के टैंकर की भी पर्याप्त व्यवस्था हो।

मुख्यमंत्री  ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि जोशीमठ, गौरीकुण्ड से सोनप्रयाग एवं यात्रा की दृष्टि से अन्य प्रभावित स्थानों पर सड़क से सबंधित कार्यों में तेजी लाई जाए। चारधाम यात्रा के दौरान यात्रियों को हेलीकॉप्टर सेवा सुचारू रूप से मिले। टिकट वितरण में पारदर्शिता रखी जाए।

मुख्यमंत्री  ने कहा कि यात्रा के दौरान हेली ऐबुंलेंस सेवा एवं 108 एबुंलेंस की समुचित व्यवस्था हो। केदारनाथ एवं यमुनोत्री में ईसीजी एवं कार्डियोलॉजिस्ट की समय पर तैनाती की व्यवस्था की जाए। ऑक्सीजन, आईसीयू एवं वेंटिलेटर की भी पर्याप्त व्यवस्था रखी जाय। हेमकुंड में भी स्ट्रीट लाईट की उचित व्यवस्था हो, इसके लिए जल्द तैयारी की जाय।