-तोगड़िया ने कहा कि हिंदू समाज ने 450 साल तक स्वाभिमान की लड़ाई जारी रखी
हरिद्वार। राम मंदिर आन्दोलन दौर में सक्रिय रहे अंतरराष्ट्रिय हिन्दू परिषद् के अध्यक्ष प्रवीण भाई तोगड़िया ने कहा कि हिंदू समाज ने 450 साल तक स्वाभिमान की लड़ाई जारी रखी और अब राम मंदिर वहीं बनेगा, जो गौरव की बात है। राम मंदिर बन रहा है लेकिन राम राज्य का संकल्प अधूरा है। उन्होंने कार्यकर्ताओं से राम राज्य बनाने के लिए आगे आने का आह्वान किया।
हल्द्वानी से रूडकी जाते समय श्रमजीवी पत्रकार यूनियन के हरिद्वार इकाई के जिला महामन्त्री व् सामाजिक कार्यकर्ता डॉ विशाल गर्ग के घर पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद अध्यक्ष तोगड़िया ने कहा कि सत्ता में आते ही लोग राम मंदिर को भूल गए थे। यह तो सुप्रीम कोर्ट का दिया हुआ न्याय है।
अब हम लाखों गांवों में गरीबी मुक्त भारत, कर्ज मुक्त किसान, सुरक्षित महिला आदि को लेकर हिंदुओं को जगा रहे हैं। इससे सरकार की आर्थिक नीतियों में परिवर्तन आएगा। उन्होंने कहा कि राम मंदिर बन रहा है लेकिन राम राज्य अधूरा है। उन्होंने आह्वान किया कि मजदूर परिषद, छात्र परिषद, महिला परिषद आदि सभी संगठन हिंदुओं को आगे बढ़ाने का काम करें। उन्होंने कार्यकर्ताओं से एक लाख घरों से एक मुट्ठी अनाज लेकर प्रति माह पूर्णिमा के दिन एकत्र कर गरीबों को देने और कोई भूखा नहीं सोएगा, इस सूत्र पर कार्य तेज करने का आह्वान किया।
श्रमजीवी पत्रकार यूनियन के हरिद्वार इकाई के जिला महामन्त्री व् सामाजिक कार्यकर्ता डॉ विशाल गर्ग के घर पहुंचे डॉ. प्रवीण तोगड़िया ने एनआरसी एवं सीएए कानून का समर्थन किया है। कहा कि उनका संगठन हिंदू हितों की रक्षा के लिए कार्य करता रहेगा। तोगड़िया ने पत्रकारों की ओर से आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के बयानों पर कोई भी टिप्पणी नहीं की। अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद के अध्यक्ष प्रवीण भाई तोगड़िया ने केंद्र की आर्थिक नीतियों पर निशाना साधते हुए कहा कि इसका परिणाम छत्तीसगढ़, हरियाणा, महाराष्ट्र समेत छह राज्यों में सामने आया है। मैं कैंसर का सर्जन हूं, ब्रिज बनाने जाऊंगा तो टूट जाएगा। पहली बार रिजर्व बैंक का गवर्नर ब्यूरो क्रेट है। महंगी शिक्षा पर तोगड़िया ने कहा कि अमेरिका का मॉडल चल रहा है, रोजगार केंद्रित शिक्षा एवं रोजगार केंद्रित इंडस्ट्रीज को खड़ा करना होगा। गुजरात में एक कंपनी को 20 हजार करोड़ देकर सिर्फ एक हजार रोजगार मिल रहा है, जबकि स्माल इंडस्ट्रीज से इतने में दस लाख रोजगार मिल सकते हैं। आठ प्रतिशत जॉब लैस ग्रोथ की ओर देश चल रहा है जबकि पुराने तरीके से गिनती हो तो दो प्रतिशत ही होगी, एक प्रतिशत में एक करोड़ तो चार से छह प्रतिशत में चार-छह करोड़ रोजगार कम हो जाएगा।