तोक्यो/नई दिल्ली। भारत के 23 वर्षीय युवा जैवलिन थ्रोअर (भाला फेंक एथलीट) नीरज चोपड़ा ने टोक्यो ओलिंपिक में देश के लिए इतिहास रच दिया। भारत के ओलिंपिक इतिहास में पहली बार नीरज चोपड़ा के रूप में किसी एथलीट ने जैवलिन थ्रो प्रतियोगिता में गोल्ड मेडल जीता और देश का सर गर्व से ऊंचा किया। नीरज ने पुरुषों की भाला फेंक स्पर्धा में 87.58 मीटर के स्कोर के साथ शीर्ष पर रहे। इस जीत के साथ ही नीरज ने 121 साल के इतिहास में पहली बार ट्रैक एंड फील्ड में भारत को सोना दिला दिया है। वह फील्ड एंड ट्रैक में गोल्ड जीतने वाले पहले और व्यक्तिगत स्पर्धा में स्वर्ण हासिल करने वाले दूसरे भारतीय हैं। इस खेल में नीरज से पहले किसी भी एथलीट ने ये कामयाबी हासिल नहीं की थी। वो देश के लिए गोल्ड जीतने वाले पहले एथलीट बन गए।
फाइनल राउंड में नीरज चोपड़ा ने कमाल कर दिया और ट्रैक एंड फील्ड स्पर्धा में ये मुकाम हासिल करने वाले पहले भारतीय बने। यही नहीं उन्होंने टोक्यो ओलिंपिक 2020 में भारत को पहला गोल्ड मेडल भी दिलाया। इसके अलावा वो भारत की तरफ से ओलिंपिक इतिहास में गोल्ड मेडल जीतने वाले दूसरे खिलाड़ी बने। उनसे पहले शूटर अभिनव बिंद्रा ने ये कमाल 2008 बीजिंग ओलिंपिक में 10 मीटर एयर राइफल में किया था।
प्रधानमंत्री ने नीरज चोपड़ा को टोक्यो ओलंपिक 2020 में भाला फेंक में स्वर्ण पदक जीतने पर बधाई दी
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने नीरज चोपड़ा को टोक्यो ओलंपिक 2020 में भाला फेंक में स्वर्ण पदक जीतने पर बधाई दी है। प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि उन्होंने उल्लेखनीय भावना के साथ खेला और अद्वितीय धैर्य दिखाया।
प्रधानमंत्री ने एक ट्वीट में कहा : “टोक्यो में इतिहास रचा गया है! @Neeraj_chopra1 ने आज जो उपलब्धि हासिल की है, उसे हमेशा याद रखा जाएगा। युवा नीरज ने असाधारण रूप से अच्छा प्रदर्शन किया है। उन्होंने उल्लेखनीय भावना के साथ खेला और अद्वितीय धैर्य दिखाया। स्वर्ण जीतने के लिए उन्हें बधाई। #Tokyo2020”