तांत्रिक ने मुख्यमंत्री धामी के हाथों अपनी पुस्तिक मानस मोती का 10 जुलाई को विमोचन करवाया था

बीजापुर स्थित अतिथि गृह में किसने एंट्री कराई ?

ऋषिकेश। चर्चित तांत्रिक बाबा योगी प्रियव्रत अनिमेश उर्फ महेंद्र रोड उर्फ रोबिन खलीफा ठग्गी के एक मामले में पुलिस के हत्थे चढ़ा है। इस ठग्ग तांत्रिक बाबा ने उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के हाथों अपनी पुस्तिक मानस मोती का 10 जुलाई को विमोचन करवाया था। तांत्रिक के पुलिस के गिरफ्त में आने के बाद शासन तथा प्रशासन में हड़कम मच गयी है, जिसके बाद सरकार ने इस ठग्ग बाबा के खिलाफ जांच के आदेश दे दिये हैं। आखिर यह प्रश्न उठ रहा है कि इस महा ठग्ग तांत्रिक को मुख्यमंत्री तक मिलवाने वाला कौन है। बताया गया है कि इसमें कुछ अधिकारियों के भी नाम समाने आयेंगे।

ठग्गी के आरोप में फंसे योगी प्रियव्रत अनिमेष की बीजापुर स्थित अतिथि गृह में किसने एंट्री कराई और कौन लोग हैं, जिन्होंने एक विवादित बाबा की पुस्तक का विमोचन मुख्यमंत्री से करा दिया। इन सभी पहलुओं की जांच शुरू हो गई है। मुख्यमंत्री कार्यालय यह जांच कर रहा है। अपर मुख्य सचिव (मुख्यमंत्री) आनंद बर्द्धन ने मामले की जांच के आदेश दिया है। ठग्ग तांत्रिक ने स्थानीय व्यापारी की पत्नी को सम्मोहित कर 9 लाख के आभूूूषणों पर हड़प लिये। दिसंबर 2019 से अब तक तांत्रिक बाबा महिला को सम्मोहित कर नौ लाख के सोने चांदी के आभूषण हड़प चुका है। ठग्गी करने वाला तांत्रिक बाबा योगी प्रियव्रत अनिमेश उर्फ महेंद्र रोड उर्फ रोबिन खलीफा आजाद नगर, थाना मॉडलटाउन पानीपत हरियाणा का रहने वाला है। बताया जा रहा है कि इसके खिलाफ हरियाण में कई मामले दर्ज है। पुलिस अब जांच में जुट गयी है। कोतवाली पुलिस आरोपी बाबा की कस्टडी रिमांड के लिए कोर्ट में पत्र दाखिल करेगी।

तांत्रिक को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मिलाने वालों की कुंडली खंगाली जा रही। यह खुलासा होने के बाद मुख्यमंत्री कार्यालय भी सकते में आ गया। सूत्रों के मुताबिक अब मुख्यमंत्री कार्यालय के स्तर पर उन लोगों की तलाश शुरू हो गई है जिन्होंने अनिमेष की मुख्यमंत्री तक एंट्री कराई। अपर मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन ने कहा कि मामला गंभीर है और इस मामले के सभी पहलुओं की पड़ताल करा रहे हैं।