देहरादून। सहसपुर थाने की चीता पुलिस की टीम गश्त करते हुए चोरखाला के पास पहुंची, जहां झाड़ियों से पुलिस को बच्चे के रोने की आवाज सुनाई दी। पुलिस ने तलाश कर देखा तो झाड़ी में एक नवजात नग्न अवस्था में पड़ा मिला। नवजात को जिंदगी और मौत के बीच संघर्ष करता देख चीता कर्मियों ने आसपास के लोगों से कपड़े जुटाए। पुलिस ने नवजात को कपड़े में लपेट कर उसे सीधा सीएचसी सहसपुर में भर्ती कराया। जहां नवजात को प्राथमिक उपचार दिया गया। नवजात की हालत में सुधार आने पर अस्पताल प्रशासन ने बच्चे को दून अस्पताल के लिए रेफर कर दिया। सहसपुर पुलिस ने नवजात को एंबुलेंस के माध्यम से दून अस्पताल पहुंचाया। जहां बच्चे को उपचार दिलाने के साथ ही पुलिस ने चाइल्ड हेल्प लाइन को सूचना दी। मौके पर पहुंची थानाध्यक्ष सहसपुर प्रशिक्षु आईपीएस विशाखा अशोक ने बच्चे का हालचाल जाना। तभी मौके पर चाइल्ड हेल्प लाइन की टीम भी पहुंच गयी। विशाखा अशोक ने बताया कि नवजात के स्वस्थ होने पर उसे चाइल्ड हेल्प लाइन की टीम को सौंप दिया है। नवजात शिशु को किसने झाड़ियों में फेंक दिया उसकी तलाश की जा रही है।