गोपेश्वर। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के आह्वान वोकल फाॅर लोकल को जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने हकीकत में बदला है। जिलाधिकारी के अथक प्रयासों से गोपेश्वर में स्थापित बद्रीश प्रसाद वितरण केन्द्र में स्थानीय उत्पादों की बिक्री शुरू हो गई है।
जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया एवं मुख्य विकास अधिकारी हंसादत्त पांडे ने विगत दिनों बद्रीश प्रसाद वितरण केन्द्र का निरीक्षण कर स्वयं भी स्थानीय उत्पादों की खरीदारी की। जिलाधिकारी ने बद्रीश प्रसाद वितरण केन्द्र में अच्छे तरोताजा उत्पाद उपलब्ध कराने पर स्वयं सहायता समूह की खूब सहराना करते हुए इससे जुड़े काश्तकारों को प्रोत्साहित किया। उन्होंने बद्रीश प्रसाद में चैलाई के लड्डू के साथ-साथ जौ, तिल, गुलाब जल, तुलसी इत्यादि सामग्री को भी शामिल करने को कहा। बताया कि चारधाम यात्रा के दौरान इसकी बहुत डिमांड रहेगी और एसएचजी को बहुत लाभ होगा। वही केन्द्र का अच्छे एवं आकर्षक रूप में निर्माण करने पर जिलाधिकारी ने ग्रामीण निर्माण विभाग के अधिकारियों की भी प्रशंसा की।
यहाॅ पर स्थानीय दालें, तरोताजा फल, सब्बजियां, जूस, चैलाई के लड्डू से निर्मित बद्रीश प्रसाद एवं अन्य शुद्व जैविक उत्पाद सस्ते दामों पर उपलब्ध हो रहे। बद्रीश प्रसाद वितरण केन्द्र में स्थानीय उत्पाद हाथों हाथ बिक रहे है। शुद्व जैविक एवं तरोताजा उत्पाद मिलने से जहाॅ ग्राहक खुश है वही स्वयं सहायता समूह को भी बाजार मिलने से भरपूर लाभ मिलने लगा है।
जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया के प्रयासों से स्थानीय उत्पादों को बढावा देने एवं उनकी अच्छी ब्राडिंग, पैकेजिंग एवं बिक्री के लिए राजकीय सामुदायिक फल संरक्षण एवं प्रशिक्षण केन्द्र गोपेश्वर के निकट बद्रीश प्रसाद वितरण केन्द्र स्थापित किया गया है। इन स्वयं सहायता समूह में 84 से अधिक महिला काश्तकार जुड़ी है। जिलाधिकारी ने कहा कि जिले में आलू, राजमा, चैलाई, मंडुवा, मटर, सेब, बंद गोभी, फूल गोभी, मिर्च, अदरक, लहसुन अन्य सब्जियां एवं दालें प्रचुर मात्रा में उत्पादन होता हैं। लेकिन उत्पादन से जुड़े काश्तकारों को इसके सही दाम नही मिलता है। इस केन्द्र की स्थापना से जहाॅ ग्राहकों को शुद्व स्थानीय उत्पाद उपलब्ध होंगे वही इससे जुड़े सभी काश्तकारों को भी भरपूर फायदा मिलेगा और एसएचजी से जुड़ी महिलाओं की आर्थिकी सुदृढ होगी। बद्रीश प्रसाद वितरण केन्द्र के निरीक्षण के दौरान मुख्य उद्यान अधिकारी तेजपाल सिह, अधिशासी अभियंता आरडब्लूडी एलपी भट्ट एवं अलादिया भी मौजूद थे।