देहरादून। दून अस्पताल में कोरोना संदिग्ध जमातियों द्वारा किए गए हंगामे के बाद पुलिसकर्मी, पीएसी, एसडीआरएफ और एलआईयू के जवान तैनात किए गए हैं। पुलिस प्रशासन ने दून अस्पताल पर पैनी नजर बनाई हुई है। तब्लीगी जमात में शामिल हुए 10 जमातियों को बहस्पतिवार रात तक पुलिस और स्वास्थ्य विभाग ने दून अस्पताल क्वारंटीन वार्ड में भर्ती कराया था।
शुक्रवार को जब कैंटीनकर्मी अस्पताल स्टाफ के साथ क्वारंटीन वार्ड में भोजन देने गए तो जमातियों ने हंगामा कर दिया। जमातियों का कहना था कि उन्हें पूरा खाना नहीं दिया जा रहा है। जबकि स्टाफ का कहना था कि अस्पताल में मिलने वाले भोजन में मरीजों की डाइट के हिसाब से निर्धारित सामग्री दी जाती है। स्टाफ ने इसकी शिकायत कोरोना के काॅर्डिनेटर एवं डिप्टी एमएस डाॅ. एनएस खत्री से की। स्टाफ ने बताया कि जमाती मरीज उनकी सलाह भी नहीं मान रहे हैं। यही नहीं स्टाफ के साथ बदतमीजी भी की जा रही है। इससे महिलाकर्मी उस वार्ड में जाने से कतराने लगी हैं। डाॅ. खत्री ने इसकी सूचना देहरादून के डीआईजी अरूण मोहन जोशी को दी। जिसके बाद पहुंची पुलिस ने जमातियों को सख्त हिदायत दी कि अगर हंगामा किया तो कार्रवाई की जाएगी। जिलाधिकारी ने स्पष्ट किया है कि प्रशासन और पुलिस पूरी तरीके से मुस्तैद है। कोरोना की रोकथाम करने के लिए पुलिस प्रशासन की विभिन्न टीमें कार्य कर रही है। टीमें संदिग्धों की तलाश करने में जुटी हुई हैं। बताया कि जिले में पर्याप्त क्वॉरेंटाइन सेंटर उपलब्ध है और संदिग्ध मरीजों को पहचान कर उनका क्वारंटाइन किया जाएगा।