देहरादून। कारगिल विजय दिवस (शौर्य दिवस) पर मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने गांधी पार्क में शहीद स्मारक पर कारगिल शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की।
मुख्यमंत्री ने भारतीय सेना के अदम्य साहस व शौर्य को नमन करते हुए कहा कि उत्तराखण्ड में सैनिकों की वीरता व बलिदान की लम्बी परम्परा रही है। कारगिल युद्ध में बड़ी संख्या में उत्तराखण्ड के सपूतों ने देश की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहूति दी।
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि भारतीय सैनिकों ने कारगिल युद्ध में जिस प्रकार की विपरीत परिस्थितियों में वीरता का परिचय देते हुए घुसपैठियों को सीमा पार खदेड़ा, उससे पूरे विश्व ने भारतीय सेना का लोहा माना। कारगिल युद्ध में देश की सीमाओं की रक्षा के लिए वीर सैनिकों के बलिदान को राष्ट्र हमेशा याद रखेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार पूर्व सैनिकों, शहीद सैनिकों के आश्रितों के कल्याण के प्रति वचनबद्ध है।
विधानसभा अध्यक्ष ने पेड़ लगा कर शहीदों को दी श्रद्धांजलि
देहरादून। उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष श्री प्रेमचंद अग्रवाल ने आज कारगिल विजय दिवस पर पौधारोपण कर कारगिल शहीदों को याद किया।इस दौरान श्री अग्रवाल ने शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की है।इस अवसर पर श्री अग्रवाल ने कहा की हमें जवानों की कुर्बानियों को हमेशा याद रखना चाहिए और देश की एकता अखंडता व शांति कायम रखने में अपना योगदान देना चाहिए।
विधानसभा अध्यक्ष के यमुना कॉलोनी स्थित शासकीय आवास पर वृक्षारोपण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर श्री अग्रवाल ने प्रदेशवासियों से आह्वान किया है कि हमारे वीर सपूतों की शहादत चिरस्थाई बने रहे इसके लिए शहीदों की स्मृति में कम से कम एक पौधा अवश्य रोपित करें।
इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि उत्तराखण्ड में वीरता व बलिदान की लम्बी परम्परा रही है। कारगिल युद्ध में उत्तराखंड के सर्वाधिक 75 रणबांकुरों ने दुश्मन को देश की सरहद से बाहर खदेड़ते हुए अपने प्राणों को न्यौछावर किया था।राज्य के 30 सैनिकों को उनके अदम्य साहस के लिए वीरता पदकों से अलंकृत किया गया था।उन्होंने कहा कि शहीदों की याद में जहॉ एक ओर हजारों आखें नम होती हैं, वहीं राज्यवासियों का सीना भी गर्व से चौड़ा हो जाता है।
इस अवसर पर पूर्व प्रधानमंत्री स्वo अटल जी को भी अपनी भावभीनी श्रद्धांजली अर्पित करते हुए कहा कि आॅपरेशन विजय के दौरान अटल जी के उत्कृष्ट नेतृत्व को भारत हमेशा गर्व से याद करेगा। उन्होंने सामने से नेतृत्व किया , हमारे सशस्त्र बलों का समर्थन किया और विश्व स्तर पर भारत के रूख को स्पष्ट रूप से रखा।
इस अवसर पर विधानसभा के प्रभारी सचिव मुकेश सिंघल, वरिष्ठ निजी सचिव अजय अग्रवाल, उप सूचना अधिकारी भारत चौहान, राजेश डबराल सहित अन्य कर्मचारी गण मौजूद थे।