देहरादून। कांग्रेेस टीएचडीसी के विनिवेश के खिलाफ 27 नवंबर को प्रदेश भर में केंद्र और राज्य सरकार के खिलाफ पुतले जताते हुए प्रदर्शन करेगी। दो दिसंबर को टिहरी में भागीरथीपुरम में धरना दिया जाएगा। इस कार्यक्रम में प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह, नेता प्रतिपक्ष इंदिरा ह्दयेश समेत सभी वरिष्ठ नेता भी शामिल होंगे। कांग्रेस ने टीएचडीसी के विनिवेश को राज्य की पहचान से जोड़ते हुए मुद्दा बनाना शुरू कर दिया।
शनिवार को कांग्रेस ने आंदोलन की रणनीति तैयार की। प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना, टिहरी के पूर्व विधायक विक्रम सिंह नेगी, महामंत्री-संगठन विजय सारस्वत, प्रवक्ता गरिमा महरा दसौनी, पूर्व दर्जाप्राप्त अजय सिंह, यूथ कांग्रेस अध्यक्ष विक्रम सिंह रावत आदि ने दोनों दिन के आंदोलन का खाका तैयार किया। नेता प्रतिपक्ष इंदिरा ह्दयेश से फोन पर दिशानिर्देश भी लिए गए। बैठक के बाद धस्माना ने बताया कि टीएचडीसी के विनिवेशक को कांग्रेस ने राज्य की अस्मिता पर प्रहार माना है। टीएचडीसी को दूसरी कंपनी देकर केंद्र और राज्य सरकार टिहरी की पहचान खत्म करना चाहते हैं। कांग्रेस इसका पुरजोर विरोध करेगी। 27 नवंबर और दो दिसंबर के आंदोलन के जरिए इसकी शुरूआत की जा रही है। दो दिसंबर को टिहरी में बांध परियोजना कार्यालय के सामने धरना-प्रदर्शन किया जाएगा। आगे भी यह आंदोलन जारी रहेगा। इस विषय को पार्टी विधानसभा सत्र के दौरान भी प्रमुखता से उठाएगी। उत्तराखंड की जनता ने प्रदेश के विकास के लिए डबल इंजन बनाया था। पांचो सांसद जिताकर दिए, विधानसभा में प्रचंड बहुमत दिया। लेकिन ये डबल इंजन विकास तो नहीं बल्कि प्रदेश को बर्बाद करने पर उतारू है। केंद्र की नीतियों से जनता परेशान है ही, राज्य सरकार भी निरंकुश हो चुकी है। कांग्रेस इसे बर्दास्त नहीं करेगी और सड़क से सदन तक करारा जवाब देगी।