29 Jun 2025, Sun

देहरादून/ऋषिकेश। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ऋषिकेश फर्जी स्थायी नियुक्तियों, उपकरणों और दवा की खरीदारी को लेकर लंबे समय से चर्चा में है। फर्जी नियुक्तियों को लेकर कई मुकदमे भी दर्ज हुए हैं। वहीं आउटसोर्स कर्मचारियों की भर्ती करने वाली एजेंसी पर भी भर्ती के नाम पर पैसे लेने के आरोप लगते रहे हैं। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ऋषिकेश में सीबीआई की टीम ने छापा मारा है। सीबीआई ने सभी महत्वपूर्ण दस्तावेजों का अपने कब्जे में ले लिया है। वहीं हार्ड डिस्क में मौजूद डाटा को एकत्र करने के लिए विभिन्न अनुभागों में कंप्यूटर सिस्टम को खंगाला जा रहा है।

एम्स ऋषिकेश में सीबीआई टीम की छापामारी से प्रशासनिक अधिकारियों में हड़कंप मचा हुआ है। बीते बृहस्पतिवार को सीबीआई की चार टीमों ने एम्स में जांच शुरू की थी, लेकिन एम्स प्रशासन ने किसी को भी इसकी कानों कान खबर नहीं लगने दी। शनिवार को जब सीबीआई की टीम ने संस्थान के विभिन्न अनुभागों में जाकर कंप्यूटरों की हार्ड डिस्क में मौजूद डाटा को एकत्र करना शुरू किया, तब छापामारी की कार्रवाई का खुलासा हुआ।

एम्स की ओर से देहरादून के एक विक्रेता से की गई खरीदारी के ई-वे बिल में सामान पानी के जहाज से भेजना दर्शाया गया था। सीबीआई सभी महत्वपूर्ण दस्तावेज और कंप्यूटर डाटा की जांच कर रही है। वहीं संबधित अधिकारियों से भी पूछताछ की जा रही है। टीम में सीबीआई के निरीक्षक और उपनिरीक्षक शामिल हैं।

बृहस्पतिवार को सीबीआई के क्षेत्रीय कार्यालय देहरादून की टीम एम्स ऋषिकेश पहुंची थी। टीम तीन दिनों से विभिन्न मामलों की छानबीन कर रही है। जांच पूरी होने के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो पाएगी।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *