देहरादून। राज्य में गुड गवर्नेंस के मॉडल को उत्तराखण्ड रोडवेज (परिवहन निगम) ने धरातल पर उतारकर नई नजीर पेश की है। निगम ने ढ़ाई साल में न केवल 20 साल के घाटे को मात दी, बल्कि रिकॉर्ड ₹56 करोड़ का मुनाफा कमाकर रोडवेज की बसों को नई रफ्तार दी है। मुख्यमंत्री श्री धामी ने इस उपलब्धि पर आज सचिवालय में परिवहन निगम के सचिव श्री अरविंद सिंह ह्यांकी एवं प्रबंध निदेशक डॉ. आनंद श्रीवास्तव को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया।

बता दें  वर्ष 2022 में परिवहन निगम ने ₹520 करोड़ के घाटे और सभी खर्चों को पूरा कर रिकॉर्ड ₹29 करोड़ का मुनाफा कमाया। उत्तराखण्ड परिवहन निगम के पास वर्तमान में 1350 बसें हैं। इनका संचालन राज्य के भीतर और दूसरे राज्यों में किया जा रहा है। खासकर 151 सीएनजी युक्त बसें दिल्ली रूट पर चल रही है। निकट भविष्य में 200 सीएनजी बसें पहाड़ और मैदानी रूट पर संचालन के लिए खरीदने की योजना है।

उत्तराखण्ड में परिवहन निगम ने 8 बस टर्मिनल तैयार कर दिए हैं। जबकि 13 बस टर्मिनल का काम प्रगति पर है। इसके अलावा हरिद्वार, ऋषिकेश, हल्द्वानी और काठगोदाम में 4 आईएसबीटी प्रस्तावित है। साथ ही श्रीनगर, कोटद्वार, रुड़की, रानीखेत और काशीपुर में पांच वर्कशॉप बनाने के प्रस्ताव भी हैं।