देहरादून। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक ही राज्य में एक बार फिर मौसम बदलने की शुरुआत हो चुकी है। मौसम विभाग ने तीन और चार फरवरी को उत्तराखंड के कुमाऊं मंडल के जनपदों में भारी से बहुत भारी बारिश और 2500 मीटर से ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी का अनुमान लगाया है।
उत्तराखंड समेत देश के कई राज्यों में पश्चिमी विक्षोभ के फिर से सक्रिय होने से अगले 48 घंटे मैदान से लेकर पहाड़ तक मौसम खासा बिगड़ा रहेगा। मौसम विज्ञानियों ने गढ़वाल और कुमाऊं के पर्वतीय जिलों में भारी से लेकर बहुत अधिक भारी बारिश की आशंका जताई है। साथ ही देहरादून, हरिद्वार, पौड़ी और टिहरी जैसे जिलों में बारिश के साथ ओलावृष्टि और आकाशीय बिजली गिरने के भी आसार हैं। मौसम के बदले मिजाज और भारी बारिश की आशंकाओं को देखते हुए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक एवं वरिष्ठ मौसम विज्ञानी विक्रम सिंह के मुताबिक मौसम के बदले मिजाज के चलते राज्य के कुमाऊं और गढ़वाल क्षेत्रों में 2500 मीटर या उससे अधिक ऊंचाई वाले स्थानों पर बारिश के साथ भारी बर्फबारी की आशंका है। कुमाऊं क्षेत्र के नैनीताल, चंपावत और ऊधमसिंह नगर जैसे जिलों में कहीं-कहीं तेज बौछार के साथ भारी बारिश हो सकती है। मौसम विभाग की ओर से जारी रिपोर्ट के मुताबिक मैदान से लेकर बाहर तक भारी बारिश की संभावना को देखते हुए जबरदस्त ठंडक पड़ने के भी आसार हैं।
मौसम विभाग के अनुसार तीन फरवरी को गढ़वाल मंडल के जनपदों में भारी बारिश और 25 सौ मीटर से अधिक ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी हो सकती है। देहरादून, हरिद्वार, पौड़ी, नैनीताल एवं ऊधमसिंह नगर में गर्जन के साथ ओलावृष्टि व बिजली चमकने की संभावना है। तीन व चार फरवरी के लिए कुमाऊं मंडल में जहां भारी से बहुत भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है, वहीं गढ़वाल मंडल के कुछ जनपदों में भारी बारिश को लेकर येलो अलर्ट जारी किया गया है।
कुमाऊं मंडल के कुछ जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश और बर्फबारी के मद्देनजर लोगों से संवेदनशील इलाकों में एहतियात बरतने का सुझाव दिया गया है। इन इलाकों में भूस्खलन, चट्टान गिरने से सड़कें अवरुद्ध होने और नदियों में अति प्रवाह मुसीबत का कारण बन सकता है। संबंधित जिला प्रशासन से एहतियाती उपाय करने को कहा गया है।