देहरादून। उत्तराखंड में लगातार हो रह बारिश के कारण जनजीवन अस्त व्यस्त हो रहा है। भूस्खलन से गंगोत्री हाईवे सहित प्रदेश के कई जिलों में सड़कें बंद हो गईं हैं। बरसात के बाद गंगा सहित अन्य नदियों का जलस्तर भी बढ़ा है। उत्तरकाशी चिन्यालीसौड में ग्राम कुमराडा के मुंडरा थोला तोक में एक आवासीय भवन क्षतिग्रस्त होने से भडडू देवी पत्नी जुरूलाल उम्र 75 की मलबे में दबने से मौत हो गई।आपदा प्रबंधन अधिकारी देवेंद्र पटवाल ने बताया कि मलबे में दबने से एक महिला की मौत हुई है। महिला के शव को मलबे से निकाला जा रहा है। महिला के परिजनों को सरकारी मानकों के अनुसार प्रतिकर दिया जाएगा।
रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड राष्ट्रीय राजमार्ग फाटा के समीप तरसाली में भारी मलबा आने से बाधित हो गया है, जिस कारण वाहनों की दो तरफा लंबी कतार लग गई है। प्रशासन और पुलिस द्वारा केदारनाथ यात्रा के यात्रियों को नजदीकी स्थानों पर रूकने के लिए कहा जा रहा है। बुधवार देर शाम को हुई तेज बारिश से लगभग छह बजे हाईवे तरसाली के समीप पहाड़ी से भारी मात्रा में मलबा, बोल्डर और पेड़ों के गिरने से बंद हो गया। इस दौरान एनएच द्वारा मलबा सफाई का प्रयास किया गया। लेकिन लगातार हो रही बारिश और पहाड़ी से गिर रहे टनों मलबा के बीच अंधेरा होने से हाईवे खोलना अभी संभव नहीं है।
पुलिस के अनुसार, मौसम ठीक रहा तो बृहस्पतिवार को राजमार्ग को बहाल किया जा सकता है। इसलिए, केदारनाथ जाने वाले व दर्शन कर लौटने वाले यात्रियों को नजदीकी स्थानों पर रुकने के लिए कहा जा रहा है। साथ ही जिला मुख्यालय रुद्रप्रयाग, तिलवाड़ा, अगस्त्यमुनि के साथ काकड़ागाड़ में भी यात्रियों को हाईवे बंद होने के बारे में जानकारी दी जा रही है, जिससे वह वहीं रूक जाएं। साथ ही जिन यात्रियों के गुप्तकाशी में होटल, रेस्टोरेंट में बुकिंग हैं, उन्हें जाने दिया जा रहा है।
इधर, भीरी में भी बारिश के चलते भूस्खलन जोन सक्रिय होने से हाईवे दिनभर में कई बार बाधित होता रहा। वहीं, काकड़ागाड़ से गुप्तकाशी के बीच भी सड़क बदहाल होने से जाम लगता रहा, जिस कारण यात्रियों व स्थानीय लोगों को खासी परेशानी झेलनी पड़ी।
रुद्रप्रयाग गौरीकुंड राजमार्ग तरसाली में अब भी अवरुद्ध चल रहा है। पहाड़ी से भारी मलबा, बोल्डर और पेड़ टूटकर गिर रहे हैं। क्षेत्र में रुक रुककर हो रही बारिश के कारण मलबा सफाई में दिक्कत आ रही है।
मौसम विज्ञानियों के मुताबिक, कुछ इलाकों में तेज गर्जना के साथ बौछारें पड़ने और बिजली गिरने की भी आशंका जताई गई थी। देर शाम गंगोत्री हाईवे हेल्गूगाड़ के पास पहाड़ी से लगातार पत्थर गिरने के कारण बंद हो गया।वहीं, यमुनोत्री हाईवे भी रानाचट्टी में भूस्खलन होने के कारण बंद हो गया।