14 Mar 2025, Fri
अन्य राज्यों से भी लागू करने की अपील:  सीएम धामी
काशीपुर।  दिल्ली से लौटे सीएम धामी सोमवार को अलग अंदाज में नजर आए। काशीपुर में कार्यक्रम के दौरान उन्होंने कॉमन सिविल कोड, पर्यटन, शिक्षा सहित राज्य के विकास का खाका खींचा।  उत्तराखंड को एक मॉडल प्रदेश में कैसे विकसित करना, सरकारी कामकाज में सरलीकरण व भ्रष्टाचार पर लगाम जैसी बातों से धामी पर दिल्ली बैठक का असर साफ तौर पर नजर आ रहा था। काशीपुर के बासखेड़ा में प्राथमिक स्कूल के रूपांतरण कार्यक्रम में पहुंचे सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि सरकार सरलीकरण के मंत्र पर काम करेगी। सरलीकरण, समाधान और निस्तारणीकरण पर ध्यान देना है। सीएम ने एक बार फिर यूनिफार्म सिविल कोड के लागू होने को लेकर कहा कि कैबिनेट मीटिंग ने बड़ा फैसला लिया है। चुनाव के दौरान लिए वादे को निभाने के लिए पहली बैठक में ही इसे लागू करने का फैसला किया है।इसी के अंतर्गत एक कमेटी बनाई है जो कॉमन सिविल कोड का ड्राफ्ट तैयार करेगी। सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि अपने कमेटी जो बना रहे हैं, उसमें विधि के जानकार होंगे और यह ड्राफ्ट तैयार किया जाएगा। इस ड्राफ्ट को विधि विभाग द्वारा जांच की जाएगी। मेरा अन्य राज्यों से भी निवेदन है कि वह भी इस कानून को अपने-अपने राज्यों में लागू करें। इससे देश, राज्य व समाज का भला होगा।
सरकारी कामकाज सरल-भ्रष्टाचार पर लगाम
सरकारी जटिल प्रक्रियाओं को आसान करने के लिए सरकार काम करेगी। इसमें भ्रष्टाचार पूरी तरह से खत्म करेंगे। सरकारी कामकाज में पारदर्शिता व इस पर अंकुश के लिए 1064 का नंबर शुरू किया है। इसके लांच होते ही कार्रवाई शुरू हो चुकी है। इसमें शिकायत करने वाले का नाम भी गुप्त रखा जाएगा। शिक्षा व्यवस्था पर जोर देते हुए सीएम ने कहा कि जिले के 256 प्राथमिक विद्यालयों का रूपांतरण किया जाएगा। इस दौरान उन्होंने कहा कि सरकार आप लोगों से अलग नहीं है कंधे से कंधा मिलाकर ही हम बदलाव ला सकते हैं। काशीपुर में बहल पेपर मिल की तरफ से सात विद्यालयों का रूपांतरण किया गया है।काशीपुर के रूपांतरण कार्यक्रम के तहत बने स्कूल मॉडल के रूप में काम करेगा। इससे प्रेरणा लेकर जिले में अन्य स्कूलों को बेहतर किया जाएगा। धामी ने कहा-यह आप की सरकार है समाज में बदलाव लाने के लिए सभी का साथ जरूरी है। सरकार एक सीमा तक काम कर सकती है लेकिन समाज जब मिलकर काम करेगा तो बेहतर परिणाम आएंगे। हमारा लक्ष्य है कि उत्तराखंड में पढऩे वाले सभी बच्चों को हर मूलभूत सुविधाएं मिल सके। शिक्षा को लेकर पीएम नरेन्द्र मोदी कितने संवेदनशील है परीक्षा संवाद के दौरान देखने को मिला। जिस सरलता से उन्होंने बच्चों से परीक्षा पर उससे बच्चों के मन से परीक्षा का डर निकल गया। शिक्षा मूल्य समय से पहचानना होगा और एक बार समय निकल जाए तो वक्त दुबारा नहीं लौटता।

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