नई दिल्ली। उत्तराखंड की नेता प्रतिपक्ष व कांग्रेस की वरिष्ठ नेता इंदिरा हृदयेश का दिल्ली में दिल का दौरा पड़ने के कारण निधन हो गया। इंदिरा हृदयेश के निधन से प्रदेश एवं कांग्रेस में शोक की लहर दौड़ पड़ी। इंदिरा हृदयेश दिल्ली में कांग्रेस हाईकमान के साथ मीटिंग में शामिल होने दिल्ली गई थी। इसके बाद उनकी हालत खराब होने के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां उनकी उनकी मृत्यु हो गई।
इंदिरा 80 वर्ष की थीं और बीते करीब 47 सालों से राजनीति में सक्रिय थीं। कांग्रेस की पूर्ववर्ती राज्य सरकार में कैबिनेट मंत्री रही थीं। कांग्रेस के प्रदेश इन्चार्च देवेन्द्र यादव ने बताया कि इंदिरा दिल्ली में पार्टी बैठक में हिस्सा लेने के लिए आई थीं। हार्ट अटैक की वजह से उनकी मौत हो गई।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इंदिरा ह्रदेश के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि उत्तराखंड के एक मजबूत स्तंभ थीं। वह अपने अंत समय तक सामाजिक कार्यों में लगी रहीं।
केंद्रीय शिक्षा मंत्री डॉ रमेश पोखरियाल निशंक ने सोशल मीडिया के माध्यम से इंदिरा हृदयेश के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि ”उत्तराखंड कांग्रेस की वरिष्ठ राजनीतिज्ञ एवं नेता प्रतिपक्ष डॉ. इंदिरा हृदयेश जी के निधन का समाचार सुनकर स्तब्ध हूं। अपने लंबे राजनीतिक जीवन में डॉ.हृदयेश जी ने विधायिका के अनेक पदों को सुशोभित करते हुए एक मिसाल कायम की। उनका निधन राजनीतिक जगत के साथ ही मेरे लिए व्यक्तिगत क्षति भी है। मैं भगवान बद्री केदार जी से पुण्य आत्मा की शांति एवं परिजनों को धैर्य प्रदान करने हेतु प्रार्थना करता हूं।”
मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने प्रतिपक्ष नेता के निधन पर शोक व्यक्त किया है। अपने शोक संदेश में उन्होंने कहा कि-”उत्तराखण्ड राज्य की वरिष्ठ नेत्री, पूर्व मंत्री एवं वर्तमान विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रहीं मेरी बड़ी बहन जैसी आदरणीया श्रीमती इंदिरा हृदयेश जी के निधन का दुखद समाचार मिला। मैं उनकी आत्मा की शांति के लिए भगवान के श्री चरणों में प्रार्थना करता हूँ। स्वo इंदिरा हृदयेश जी से मेरा परिचय दशकों पुराना रहा है। उनसे सदा मुझे बड़ी बहन जैसी आत्मीयता मिली। विधानसभा में जनहित के मुद्दे उठाने में वे सदा अग्रणी रहती थीं। मैं इस कठिन समय में उनके परिजनों व समर्थकों के प्रति अपनी सांत्वना व्यक्त करता हूँ।”
पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने इंदिरा हरदेश के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि-अभी-अभी कांग्रेस की वरिष्ठ नेत्री डॉक्टर इंदिरा हृदयेश जी के निधन का दुःखद समाचार प्राप्त हुआ, इस घटना से मन अत्यंत व्यथित है। इंदिरा बहन जी ने अपने लम्बे राजनीतिक जीवन में कई पदों को सुशोभित किया और विधायिका के कार्य में पारंगत हासिल की। उनका जाना मेरे लिए एक व्यक्तिगत क्षति भी है। स्व० इंदिरा जी के परिजनों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं हैं।
परमपिता परमेश्वर पुण्यात्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दें तथा शोक संतप्त परिवारजनों को इस दु:ख को सहने की शक्ति प्रदान करें। ओम शांति!
पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेसी नेता हरीश रावत ने कहा कि इंदिरा हिरदेश विदुषी महिला थीं, उन्हें संसदीय कार्य का गहरा अनुभव था। उन्होंने लंबे समय तक राजनीतिक क्षेत्र में काम कर जन सेवा की है। उन्होंने कहा केंद्र और देश के निधन से प्रदेश को अपूरणीय क्षति हुई है।
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह रावत ने शोक व्यक्त करते हुए कहा कि इंदिरा हृदयेश के निधन से प्रदेश को अपूरणीय क्षति है। उत्तराखंड के खेल मंत्री अरविंद पांडे, कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत शोक व्यक्त किया।