27 Aug 2025, Wed

आमजन को रक्तकोशों से मिलने वाली सुविधाओं को लेकर समीक्षा की गई 

देहरादून। राज्य में रक्तकोशों की स्थिति एवं आमजन को रक्तकोशों से मिलने वाली सुविधाओं को लेकर राज्य रक्त संचरण परिशद के निदेषक डाॅ0 अर्जुन सिंह सेंगर की अध्यक्षता में समीक्षा की गयी। समीक्षा के दौरान बताया गया कि राज्य में कुल 43 रक्तकोश कार्य कर रहे है जिसके अन्तर्गत 21 राज्य सरकार एवं 4 केन्द्र सरकार द्वारा संचालित हो रहे है,ै इसके अतिरिक्त 18 रक्तकोश निजी संस्थाओ द्वारा संचालित किये जा रहे हैं। विदित है कि राज्य में रक्तकोश प्रणाली के क्रियान्वय तथा रेग्युलेषन के लिये राज्य रक्त संचरण परिशद का गठन किया गया है जिसके द्वारा उत्तराखण्ड में विगत दो वर्शों से ई-रक्तकोष प्रणाली के अन्तर्गत इस सुविधा को आधुनिक तथा आमजन के लिये आसान बनाया गया है। नयी व्यवस्था के अनुसार सभी रक्तकोश आॅनलाईन पोर्टल सुविधा से जुड गये है तथा इनमें रक्त की उपलब्धता, ब्लड ग्रुप के अनुसार रक्त संचरण की सुविधा, त्वरित रक्त उपलब्धता तथा रक्तदान के माध्यम से रक्त भंडारण जैसी व्यवस्थाओ को सुचारू रूप से किये जाने का कार्य किया जा रहा है।
इस अवसर पर रक्तकोशों को दिये जाने वाले लाईसेेंस तथा कतिपय रक्तकोशों के लाईसंेस की वर्तमान स्थिति की जानकारी प्राप्त की गयी जिसके अनुसार सिविल अस्पताल रानीखेत, अल्मोडा और जिला चिकित्सालय, उत्तरकाषी के रक्तकोश के लाईसेंस नवीनीकरण की प्रक्रिया गतिमान होने के बारे में बताया गया। जिसके संबंध में निदेषक द्वारा निर्देष दिये गये कि इन रक्तकोशों के लाईसेंस नवीनीकरण हेतु तत्काल आवष्यक कार्यवाही की जाये।
समीक्षा के दौरान विधान सभा के पिछले दिनों के सत्र में रक्तकोशों को लेकर प्रस्तुत ब्।ळ की रिपोर्ट का भी संज्ञान लिया गया जिसमें विषेश तौर पर जिला चिकित्सालय पिथौरागढ़ के रक्तकोश की कार्यप्रणाली को देखा गया। इस क्रम में सम्बन्धित चिकित्सालय के प्रमुख अधीक्षक द्वारा लिखित रूप से अवगत कराया की उनके रक्तकोश का लाईसेंस वर्श 2022 तक वैध है तथा ब्।ळ की रिपोर्ट में दिये गये बिन्दु वर्श 2018 से पूर्व के है। प्रमुख अधीक्षक ने जानकारी दी कि वर्तमान में उनके रक्तकोश में रक्त रख-रखाव की सभी अधुनिक सुविधाये मौजूद हैं तथा ब्लड यूनिट को मसमबजतपब जनइम ेमंसवत से ही सील किया जा रहा है। सभी ब्लड यूनिट की नियमित रूप से भ्प्ट, भ्ब्ट, भ्ठे।ह, डंसंतपं – ैलचीपसपे ज्मेजपदह म्स्प्ै। और रेपिड किट के माध्यम से की जा रही है और चिकित्सालय में स्थापित रक्तकोश द्वारा बायो मेडिकल वेस्ट मेनेजमेन्ट 2016 के नियमों के अनुसार ही कार्य किया जा रहा है। राज्य रक्त संचरण परिशद के निदेषक डाॅ0 अर्जुन सिंह सेंगर ने सभी रक्तकोश प्रभारियों को निर्देष दिये कि वह आम जन की जानकारी एवं आपातकालीन प्ररिस्थितियों में त्वरित रक्त की आपूर्ति सुनिष्चित कराने के लिये ई-रक्तकोश पोर्टल पर रक्त भण्डारण एवं ब्लड ग्रुप के अनुसार रक्त की उपलब्धता की जानकारी नियमित रूप से अपडेटेड रखें। डाॅ0 सेंगर ने यह भी कहा कि रक्तकोश की कार्यप्रणाली के बारे में किसी भी प्रकार की लापरवाही के लिये प्रभारी अधिकारी व्यक्तिगत तौर पर उत्तरदायी होंगे। समीक्षा में स्वैच्छिक रक्तदान के लिये जागरूक्ता तथा आमजन की भागीदारी को बढाये जाने की आवश्यकता के बारे में भी दिषानिर्देष दिये गये।

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