17 Oct 2025, Fri

साध्वी पद्मावती को पुलिस ने अनशन से उठाया, दून अस्पताल में कराया भर्ती

-मातृ सदन की ओर से मुख्यमंत्री, एसडीएम व सीएमओ के खिलाफ वाद दायर किया गया
देहरादून/हरिद्वार। गंगा की अविरलता की मांग को लेकर मातृ सदन में अनशन पर बैठीं साध्वी पद्मावती का स्वास्थ्य बिगड़ने पर 47वें दिन पुलिस ने बीती देर रात उन्हें जबरन उठाकर दून अस्पताल में भर्ती करा दिया। पुलिस ने यह कार्रवाई रात में सीएमओ की ओर से जारी साध्वी के स्वास्थ्य बुलेटिन के आधार पर की है। मातृ सदन की ओर से मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, एसडीएम कुसुम चैहान, सीएमओ डॉ सरोज नैथानी, लक्सर की एसडीएम सुनैना राणा और थानाध्यक्ष के खिलाफ कोर्ट में वाद दायर किया है।
साध्वी पद्मावती ने 15 दिसंबर को गंगा की निर्मलता और अविरलता के लिए आमरण अनशन शुरू किया था। तब से उनका अनशन लगातार जारी था। हाल ही में बिहार के सीएम नितीश कुमार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से साध्वी पद्मावती के समर्थन में लिखा गया पत्र लेकर अपने जल संसाधन मंत्री संजय झा और सांसद कौशलेंद्र कुमार को हरिद्वार भेजा था।
मंगलवार को यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का संदेश लेकर यूपी के अधिकारी भी हरिद्वार पहुंचे थे, लेकिन साध्वी ने अनशन खत्म करने से इनकार कर दिया था। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने साध्वी का स्वास्थ्य परीक्षण किया और एसडीएम कुसुम चैहान को स्वास्थ्य बुलेटिन सौंपा। उनके स्वास्थ्य में गिरावट को देखते हुए एसडीएम के नेतृत्व में पुलिस टीम मातृ सदन पहुंची और साध्वी को जबरन उठाकर दून अस्पताल में भर्ती करा दिया। गंगा की अविरलता की मांग को लेकर मातृ सदन में अनशन पर बैठीं साध्वी पद्मावती का स्वास्थ्य बिगड़ने पर 47वें दिन पुलिस ने उन्हें जबरन उठाकर दून अस्पताल में भर्ती करा दिया। इसके बाद शुक्रवार को मातृ सदन की ओर से मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, एसडीएम कुसुम चैहान, सीएमओ डॉ सरोज नैथानी, लक्सर की एसडीएम सुनैना राणा और थानाध्यक्ष के खिलाफ कोर्ट में वाद दायर किया है। वहीं, साध्वी पद्मावती का कहना है कि प्रशासन को जो भी उपचार देना है मातृ सदन में देना होगा। वे अपना अनशन समाप्त नहीं करेंगी। साध्वी पद्मावती ने 15 दिसंबर को गंगा की निर्मलता और अविरलता के लिए आमरण अनशन शुरू किया था। तब से उनका अनशन लगातार जारी था। डीआईजी अरूण मोहन जोशी ने अस्पताल पहंुचकर उनका हालचाल जाना। प्रशासन का कहना है कि साध्वी पद्मावती के बिगड़ते स्वास्थ्य को देखते हुए उक्त कार्रवाई की गई। मामले की गंभीरता को देखते हुए डीआईजी अरुण मोहन जोशी साध्वी के स्वास्थ्य की जानकारी लेने दून अस्पताल पहुंचे.। उन्होंने डॉक्टरों से विचार विमर्श कर हायर सेंटर उपचार कराने की बात कही।

अब संत आत्मबोधानंद ने शुरू किया आमरण अनशन

देहरादून/हरिद्वार। साध्वी पद्मावती को बीती देर रात पुलिस के उठाने के साथ ही अब मातृ सदन आश्रम के ब्रह्मचारी संत आत्मबोधानंद अनशन  पर बैठ गए हैं। आत्मबोधानंद पहले भी 194 दिन का अनशन कर चुके हैं।उनका कहना है कि प्रशासन की ओर से साध्वी को जबरन उठाया गया है। पुलिस उन्हें जबरन कुछ खिला-पिला कर अनशन समाप्त कराना चाहती है।
वह पहले ही घोषणा कर चुके थे कि साध्वी को उठाने पर वह अपना अनशन शुरू कर देंगे। इसलिए रात में ही उन्होंने गंगा रक्षा के लिए अपना अनशन शुरू कर दिया है। वहीं, स्वामी शिवानंद भी पुलिस  के इस तरह से साध्वी को उठाने पर भड़के हुए हैं। उन्होंने कहा कि मातृसदन के संतों का अनशन मांग पूरी होने न होने तक जारी रहेगा। एक के बाद एक ब्रह्मचारी और साध्वी गंगा रक्षा की मांग को लेकर तपस्या पर बैठते रहेंगे। चेतावनी दी कि जरूरत पड़ी तो स्वयं अन्न-जल त्यागकर तपस्या करेंगे। उन्होंने बताया कि बीती रात से ही साध्वी पदमावती को उल्टियां हो रही थी। इस पर चिकित्सक से कहा तो दिन में उसको दवाइयां दे दी थी। चिकित्सकों ने दोपहर तीन बताया था कि साध्वी पद्मावती को दवाएं दे दी है।

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