हरिद्वार। फैक्ट्री को 30 करोड़ का लोन दिलाने का झांसा देकर 35 लाख रुपये की धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। प्लांट हेड ने तीन लोगों के साथ मिलकर अपनी कंपनी के चेयरमैन को ही चपत लगा दी। रानीपुर कोतवाली में प्लांट हेड समेत चार लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी, धमकी समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है।
उमेश गुप्ता निवासी औद्योगिक क्षेत्र बहादराबाद ने पुलिस को तहरीर देकर बताया कि वह गोयल लाइटिंग कंपनी में प्लांट हेड है। कंपनी के चेयरमैन राकेश कुमार गोयल को वर्ष 2016 में व्यापार बढ़ाने के लिए रुपये की जरूरत थी। राकेश गोयल की दूसरी कंपनी एचक्यू लैंप मैन्यूफैक्चरिंग प्राइवेट लिमिटेड के प्लांट हेड मुनीष शर्मा को इसकी जानकारी मिलने पर उसने लोन दिलाने का भरोसा दिलाया और आरकेएस पनीकर, राजन थॉमस और महेंद्र घड़ने नामक तीन लोगों से उनकी मुलाकात कराई।
मुनीष का कहना था कि तीनों लोग त्रिमूर्ति फाइनेंस कंपनी से जुड़े हैं और लोन दिलाने में मदद करेंगे। आरोप है कि लोन का झांसा देकर उन्होंने 30 करोड़ रुपये का लोन स्वीकृत होने के दस्तावेज दिखाते हुए कमीशन के तौर पर करीब 35 लाख रुपये अलग-अलग बैंक खातों में डलवा लिए। इसके बाद कंपनी को फर्जी मेल भेजी कि खाते में लोन की रकम डाल दी गई है। जबकि, खाते में पैसे नहीं डाले गए। कुछ दिन गुमराह करने के बाद आरोपितों ने कमीशन के तौर पर ली गई 35 लाख रुपये की रकम लौटाने से इनकार कर दिया और बदमाशों के नाम से धमकी भी दी। रानीपुर के कार्यवाहक कोतवाली प्रभारी विक्रम धामी ने बताया कि तहरीर के आधार पर मुनीष शर्मा, आरकेएस पनीकर, राजन थॉमस व महेंद्र घडगे के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। नामजद आरोपितों और उनकी त्रिमूर्ति फाइनेंस कंपनी के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है।