हरिद्वार। महात्मा गाँधी की हत्या में प्रयुक्त तीसरी गोली किसने मारी जब की नाथूराम गोडसे ने तो सिर्फ और सिर्फ दो गोली मारी थी वो भी सामने से, लिहाजा तीसरी गोली मारे जाने की हाई लेवल इंक्वायरी की मांग भूमा पीठाधीस्वर अच्युतानन्द तीर्थ ने की है।
उन्होंने कहा है कि बड़ा दुःखद का विषय है कि नाथुराम गोड़से को महात्मा गाँधी का हत्यारा बताया जाता है। तथ्यों के आधार पर नाथुराम गोडसे ने महात्मा गाँधी को सामने से 2-गोली मारी थी, तीसरी गोली किसने चलायी, इसकी हाई लेवल इंक्वायरी होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि उस समय गाँधी का एक हाथ उनकी शिष्या मनु तथा दूसरा हाथ आभा के ऊपर था, यें दोनों इसकी चश्मदीत गवाह थी, उनकी गवाही क्यों नही हुई। महात्मा गाँधी को गोली लगने पर अस्पताल नही ले जाया गया जबकि पास में ही एक अस्पताल था जो वर्तमान में लोहिया हाॅस्पिटल के नाम से जाना जाता है। देशवासियों को इस विषय पर चिन्तन करके सच्चाई का पता लगाना चाहिए कि महात्मा गाँधी की मृत्यु कैसे हुई ? भूमा पीठाधीस्वर अच्युतानन्द तीर्थ ने कहाकि देश इस वक्त बड़े ही विषम परिस्थितियों से गुजर रहा है। यदि देश को संगठित रखना है तो इस प्रश्न का हल निकालना ही होगा कि महात्मा गाँधी का हत्यारा कौन है और नाथुराम गौड़से के साथ कौन सी ऐसी कूटनीति थी, जो महात्मा गाँधी की मृत्यु के लिए जिम्मेदार है। इस राष्ट्र के प्रत्येक नवयुवक, नवयुतियों ओर बुद्धिजीवि को सोचना चाहिए कि इतिहास की बहुत सी प्रमुख घटानाओं (स्व. लाल बहादुर शास्त्री का आकस्मिक निधन, आजाद हिन्द फौज के नायक, सुभाष चंद बोस की दुःखद दुघर्टना) का सच आज तक उनके सामने नही आया है जोकि इस महान राष्ट्र की एकता व अखण्डता के लिए परम आवश्यक है।