ऋषिकेश । एम्स ऋषिकेश में पांच महीने की एक बच्ची को नया जीवन मिला है। महज 4.5 किलोग्राम की मासूम का दिल आधा विकसित होने से उसके खून में बार-बार ऑक्सीजन का स्तर गिर जाता था। जिससे उसकी जान पर खतरा बना रहता था। विशेषज्ञ चिकित्सकों ने हार्ट का जटिल आपरेशन सफलतापूर्वक कर उसे जीने की नई उम्मीद दी है।
एम्स निदेशक प्रो. रविकांत ने बताया कि 15 जून को देहरादून से एक दंपति अपनी पांच माह की बच्ची के दिल में बीमारी की शिकायत लेकर संस्थान के हृदय रोग शिशु शल्य चिकित्सा विभाग आए थे। चिकित्सकों ने बच्ची के हार्ट का परीक्षण किया और उसी दिन ऑपरेशन का निर्णय लिया। बताया कि करीब 4 घंटे जटिल सर्जरी के बाद बच्ची को दो दिन तक आईसीयू में रखा गया। 18 जून को वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया। बच्ची अब पूरी तरह से स्वस्थ है और दूध पी रही है। विभाग के पीडियाट्रिक कॉर्डियोथोरेसिक सर्जन डा. अनीष गुप्ता ने बताया कि बच्ची दिल की जटिल समस्या से जूझ रही थी। उसका दिल सिर्फ आधा ही विकसित हुआ था, जिससे उसके खून में बार-बार ऑक्सीजन का स्तर गिर जाता था और बच्ची नीली पड़ जाती थी। बताया यह बीमारी लाखों में से एक बच्चे को होती है। सफल आपरेशन में शल्य चिकित्सक डा. राजा लाहिरी, डा. अजय मिश्रा, डा. नम्रता गौर, नर्सिंग ऑफिसर केशव दास शामिल रहे। वर्तमान में बच्ची की देखभाल शिशु हृदय रोग चिकित्सक डा. यश श्रीवास्तव कर रहे हैं।