29 Jun 2025, Sun

उत्तराखण्डः कोरोना कर्फ्यू एक जून तक बढ़ा, दुकान खोलने का समय भी बदला

देहरादून। उत्तराखण्ड में कोरोना की दूसरी लहर को रोकने के लिए कोराना कर्फ्यू की समयसीमा एक सप्ताह बढ़ाया गया है, अब कोराना कर्फ्यू एक जून तक रहेगा। यही नहीं आवश्यक चीजों की दुकान को खोलने के समय में भी परिवर्तन किया गया है। सरकार ने इस संबंध में आज एस0ओ0पी0 भी जारी की है।

सरकार के शासकीय प्रवक्ता कैबिनेट मंत्री श्री सुबोध उनियाल ने बताया कि प्रदेश में कोविड कर्फ्यू को 1 जून तक बढ़ाया गया है। शासकीय प्रवक्ता सुबोध उनियाल ने बताया कि व्यापारियों की मांग के अनुरूप मुख्यमंत्री के साथ विमर्श के बाद बाजार खुलने के समय को 7 से 10 के बजाए सुबह 8 बजे से 11 बजे तक खोलने का निर्णय लिया गया है। जिसमें पूर्व की तरह आवश्यक सेवाओं दूध, मीट मछली, फल, सब्जी की दुकानें खोली जा सकेगी। अब बाजार खुलने के समय में भी बदलाव किया गया है। अब बाजार सुबह 8 बजे 11 बजे तक खुलेगा। अभी तक यह अवधि सुबह 7 से 10 बजे तक थी। इसके अलावा परचून की दुकानें 28 मई को सुबह आठ से 12 बजे तक खुलेंगी। शासकीय प्रवक्ता सुबोध उनियाल ने इसकी पुष्टि की है।

उन्होंने बताया कि राशन और किराने की दुकानों हेतु आम जनता को 28 मई को सुबह 8 बजे से दोपहर 12 बजे तक आवश्यक वस्तुओं के क्रय हेतु आवाजाही में छूट रहेगी। शासकीय प्रवक्ता सुबोध उनियाल ने कहा कि पिछले कई दिनों से कोविड का ग्राफ प्रदेश में कम होता हुआ दिख रहा है, लेकिन अपने स्तर से सरकार पूरी तरीके से इसकी रोकथाम में जुटी हुई है। उनियाल ने कहा कि प्रदेश के नागरिकों की सुरक्षा ही सरकार के सबसे पहली प्राथमिकता है, लिहाजा भविष्य में कोरोना आंकड़ों में कमी आएगी तो तात्कालिक परिस्थितियों के अनुसार कोविड में ढील दी जा सकेगी। कर्फ्यू के दौरान दवा और स्वास्थ्य उपकरणों से जुड़े दुकानों के साथ ही पशु चारे और कृषि व बागवानी से संबंधित दुकानें खुली रहेंगी। इसके साथ ही पेट्रोल पंपों को भी छूट दी गई है। सरकार ने औद्योगिक इकाइयों को लिए इस बार सख्त मानक बनाए हैं। उद्योग तब ही खुल सकेंगे जब वे कर्मचारियों को उसी परिसर में ठहराने या फिर अपने ट्रांसपोर्ट के मार्फत उन्हें घरों से ले जाने व छोड़ने की व्यवस्था करेंगे। विभिन्न प्रांतों से आने वाले प्रवासियों को एक हफ्ते तक क्वारंटाइन सेंटरों में अनिवार्य रूप से रहना होगा। ग्राम पंचायतें इसके लिए व्यवस्था करेंगी। एक हफ्ते बाद यदि किसी व्यक्ति में कोई लक्षण नजर नहीं आते तो तब ही उन्हें घर जाने की इजाजत दी जाएगी।

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