हरिद्वार। सिडकुल की फैक्ट्रियो में मजदूरी कर अपना गुजर बसर करने वाले सैकड़ों लोगअपने घरों को पड़ोसी राज्य में जाने के लिए देर रात निकाल पड़े। जिन्हें पुलिस ने रानीपुर मोड़ टिबड़ी रेलवे फाटक पर रोक दिया और उन्हें वापस जाने पर पुलिस अडी रही।  वहीं मजदूर भी वापस जाने को तैयार नहीं दिखाई दिए। मौके पर पहुंचे एस पी सिटी कमलेश उपाध्याय एवं सी ओ अभय सिंह ने मजदूरों को समझाने का प्रयास किया। लेकिन मजदूरो  ने बताया कि अब उनके पास ना तो पैसा ना ही खाने को राशन है। ऐसे में घर वापस जाने के अलावा उनके सामने और कोई विकल्प नहीं है। अधिकांश मजदूर पड़ोसी राज्य मुरादाबाद बिजनौर, बरेली ,लखीमपुरखीरी ,हरदोई , गोला गोकर्णनाथ के मजदूर है। कुछ मजदूरों ने यह भी बताया कि मकान मालिक ने कमरा छोड़ने को मजबूर किया और कुछ को ठेकेदार ने पैसे नहीं दिए।ऐसे में अब मजदूरों के सामने जीवन यापन का कोई रास्ता नहीं दिखाई दिया तो वे अपने घर के लिए निकाल पड़े। बाद में पुलिस और सामाजिक संस्थाओं की ओर से खाने की ओर रहने की व्यवस्था करी गई ।अब उन्हें जब तक वहीं रोका जाएगा जब तक उत्तर प्रदेश जाने के लिए परिवहन की व्यवस्था नहीं होती है। इस पूरे मामले की जानकारी जिलाधिकारी व एसएसपी  को भी दी गई है।वही उन लोगो को रानीपुर मोड़ स्थित रोड धर्मशाला व् खुखरायण धमर्शाला में रोका गया है। 75 लोग होंगे जिनमे 17 बच्चे और महिलाये भी शामिल है। वही जैसे ही मजदूरों की सुचना सामजिक संस्थाओ को मिली उनके द्वारा उनके खाने हुए सुबह नाश्ते तथा दोपहर के कहने की व्यवस्था की गई। जिनमे प्रमुख रूप से मायापुर चैकी इंचार्ज संजीत कण्डारी ,डॉ हिमांशु दिवेदी ,सचिन कुमार ,विक्रांत कुमार ,सिद्धार्थ पाण्डेय ,डॉ विशाल गर्ग और विक्रम सिंह नाचीज प्रमुख रूप से शामिल रहे।